देश के कई राज्य बाढ़ व आपदा की मार झेल रहे हैं। साथ ही भारी बारिश लोगों के लिए आफत बन चुकी है। इस कारण सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित व आपदा प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें तैनात की गई हैं। इसी कड़ी में एनडीआरएफ ने संयुक्त बचाव अभियान के तहत 28 ट्रेकरों और चरवाहों को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले से रेस्क्यू किया है। यहां बाढ़ के जलस्तर के बढ़ जाने के कारण 11 लोग काफनू गांव से 15 किमी दूर फंस गए थे।
28 लोगों की बच गई जान
जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ, आईटीबीपी और होमगार्ड की टीम ने बचाव अभियान शुरू किया। खराब रास्ता होने के कारण टीम को एक स्कूल में रात बितानी पड़ी। लेकिन अगले दिन भारी बारिश के बीच टीमें मुलिंग पहुंचीं और रस्सियों के जरिए फंसे हुए लोगों तक पहुंचने का आश्वासन दिया। 12 जुलाई को एनडीआरएफ इंस्पेक्टर प्रेम कुमार नेगी के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंची और चुनौतिपूर्ण हालातों में अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए 28 लोगों को सफलतापूर्वक बचाया।
एनडीआरएफ ने किया रेस्क्यू
एनडीआरएफ द्वारा संयुक्त अभियान में रेस्क्यू किए गए लोगों ने बताया कि वो अलग-अलग राज्यों से हैं। वे ट्रेक के लिए आए थे। तभी बादल फट गया और हालात खराब हो गए। उन्हें बिल्कुल भरोसा नहीं था कि वे बच पाएंगे या नहीं। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। बहुत मेहनत से रस्सियों के जरिए संयुक्त अभियान के तहत हमें बचाया गया है। हम तीन दिन से वहां फंसे हुए थे। एनडीआरएफ की टीम ने मुश्किल हालातों में बारिश बावजूद हमें रेस्क्यू किया है।
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