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Hindi News भारत राष्ट्रीय Navy Chief R Hari Kumar on maritime security: रायसीना डायलॉग में नौसेना प्रमुख ने कहा- एक देश के लिए समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना लगभग असंभव है

Navy Chief R Hari Kumar on maritime security: रायसीना डायलॉग में नौसेना प्रमुख ने कहा- एक देश के लिए समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना लगभग असंभव है

नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि मौजूदा संदर्भ में किसी एक देश के लिए समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना लगभग असंभव है और समान विचारधारा वाले देशों को उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।

Indian Navy Chief Admiral R Hari Kumar- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO, PTI Indian Navy Chief Admiral R Hari Kumar

Highlights

  • एक देश के लिए समुद्री सुरक्षा करना असंभव: नौसेना प्रमुख
  • समान विचारधारा वाले देशों को हाथ मिलाना चाहिए: नौसेना प्रमुख
  • हम एक संघर्षपूर्ण वर्तमान में हैं: नौसेना प्रमुख

Navy Chief on maritime security: दिल्ली में रायसीना डायलॉग में एक संवाद सत्र को संबोधिक करने के दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बुधवार को कहा कि मौजूदा संदर्भ में किसी एक देश के लिए समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना लगभग असंभव है और समान विचारधारा वाले देशों को उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए हाथ मिलाना चाहिए। चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण की वकालत करते हुए उन्होंने कहा, 'हम एक संघर्षपूर्ण वर्तमान में हैं और अनिश्चित भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।' 

नौसेना प्रमुख 'रायसीना डायलॉग' में एक संवाद सत्र को संबोधित कर रहे थे, जिसमें अमेरिका की हिंद-प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो के अलावा जापान और ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान एडमिरल एक्विलिनो ने रूस और चीन के बीच 'प्रगाढ़ मित्रता' का हवाला देते हुए कहा कि यह बहुत चिंता का विषय है, जिसपर ध्यान देने की ज़रूरत है।

बता दें, 25 से 27 अप्रैल तक चला रायसीना डायलॉग 'टेरानोवा- इंपैसंड, इंपैसियस, इंपेरिल्ड' थीम पर आधारित था। इसमें छह विषयों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। टेरानोवा पृथ्वी को कहा जाता है। इस डायलॉग का यह नाम रखने का उद्देश्य है विश्व को नए नजरिए से देखा जाए। रायसीना डॉयलाग की शुरुआत 2016 में हुई थी। यह वार्षिक सम्मेलन है, इसका आयोजन भारत के विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फॉउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। जिसमें विभिन्न देशों के विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, और वित्त मंत्री शामिल होते हैं। इनपुट-भाषा 

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