First Time Voters से संवाद कर रहे हैं पीएम मोदी, देश में 5 हजार जगहों पर हो रहा आयोजन
राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत 2011 में हुई थी लेकिन पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयोजन किया जा रहा है। बीजेपी का मकसद इसके जरिए 1 करोड़ युवा मतदाताओं को जोड़ना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए वोटर्स को जोड़ने के मिशन में जुट गए हैं। वह देश के युवा वोटर्स के साथ संवाद कर रहे हैं। इसका मकसद देश के युवाओं को अपनी योजनाओं के बारे में बताना है। इस दौरान वह देश में 2014 के बाद आए बदलाव की जानकारी युवाओं को देंगे। बता दें कि आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। इस मौके पर बीजेपी युवा मोर्चा बड़े पैमाने पर 'नमो नवमतदाता सम्मेलन' का आयोजन कर रहा है। पीएम मोदी 5 हजार जगहों पर 50 लाख युवा वोटर्स को वर्चुअली संबोधित करेंगे। बीजेपी का मकसद इसके जरिए 1 करोड़ युवा मतदाताओं को जोड़ना है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत 2011 में हुई थी लेकिन पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयोजन किया जा रहा है।
7 करोड़ मतदाता करेंगे पहली बार वोटिंग
इस साल के चुनाव में करीब 7 करोड़ मतदाता पहली बार वोटिंग करेंगे। बीजेपी इन युवा वोटर्स को अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर रही है इसीलिए आज इतने बड़े पैमाने पर आयोजन किया जा रहा है। पीएम मोदी ने पिछले 10 साल के दौरान युवाओं को ध्यान में रखकर अनेक योजनाएं शुरू की है। आज पीएम मोदी युवाओं से इन योजनाओं का डायरेक्ट फीडबैक लेंगे। पीएम के कार्यक्रम में 50 लाख लोग जुड़ रहे हैं।
युवाओं के लिए PM मोदी की बड़ी योजनाएं
मोदी ने पिछले 10 साल में अनेक योजनाएं शुरू की हैं जिनमें कई योजनाएं सीधे तौर पर युवाओं से जुड़ी हैं। इनमें-
- पीएम रोजगार सृजन योजना के तहत 10 लाख तक की लोन और लोन में सब्सिडी मिलती है।
- पीएम मुद्रा लोन योजना युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हुई है इसके तहत कारोबार शुरू करने के लिए 10 लाख तक लोन मिलता है।
- पीएम कौशल विकास योजना में स्किल और रोजगार के लिए फ्री में ट्रेनिंग दी जाती है।
- आत्म निर्भर भारत योजना कोरोना के बाद शुरू की गई।
- स्टार्टअप इंडिया भी मोदी सरकार की बड़ी योजना है जो काफी हिट रही है। इस योजना के शुरू होने के बाद देश में स्टार्ट अप का पूरा जाल बिछ गया है।
बता दें कि पीएम मोदी ने केवल बेरोजगार युवाओं के लिए ही योजनाएं शुरू नहीं की है। पिछले 10 साल में छात्रों के लिए काफी IIT और IIM खोले हैं। 2014 तक देश में 16 IIT थे अब इनकी संख्या 23 हो गई है। इसी तरह देश में IIM की संख्या 2014 के 13 के मुकाबले बढ़कर 20 हो चुकी है। देश में इस वक्त IIIT 25 है जो 2014 में केवल 9 थे।
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