ओडिशा: कहते हैं कि जहां सपनों को पूरा करने का जज्बा होता है, वहां कठिन परिस्थितियां भी असर नहीं डाल पातीं। बेरहामपुर के 31 साल के चौधरी नागेशु पात्रो की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। वह रात में रेलवे के कुली के रूप में काम करते हैं और दिन में गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं। इसके अलावा वह दिन में एक प्राइवेट कॉलेज में गेस्ट लेक्चर भी लेते हैं।
पात्रो ने बताया कि वह लगभग 12 साल से कुली के रूप में काम कर रहे हैं। वह रात में कुली का काम करते हैं और दिन में पढ़ाते हैं। इस तरह उन्हें भी पढ़ने का मौका मिल जाता है। वह कहते हैं कि साल 2006 में उनकी पढ़ाई बंद हो गई थी लेकिन साल 2012 में उन्होंने फिर से पढ़ाई शुरू की।
पात्रो ने बताया कि कुली के रूप में काम करते हुए वह अपना एमए पूरा कर चुके हैं। इसके अलावा वह एक प्राइवेट कॉलेज में गेस्ट लेक्चरर के तौर पर भी पढ़ाते हैं।
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