मुंबई: आईएनएस विक्रांत मामले में बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) और उनके नगरसेवक बेटे नील सोमैया (Neil Somaiya) की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। ताजा मामला ये है कि मुंबई पुलिस की टीम किरीट सोमैया के मुलुंड स्थित घर पहुंची है और EOW के अधिकारियों ने किरीट सोमैया के दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों से पूछताछ की है।
इस दौरान कर्मचारियों ने बताया कि किरीट और उनके बेटे नील घर पर नहीं है। किरीट सोमैया जिस बिल्डिंग में रहते हैं उसी इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर किरीट का दफ्तर है। किरीट के घर पर EOW की टीम ने नोटिस चिपकाया है। इस नोटिस में लिखा गया है कि 13 अप्रैल को सुबह 11 बजे किरीट और उनके बेटे नील को EOW के दफ्तर पेश होना होगा।
बता दें कि बीजेपी नेता किरीट सोमैया और उनके नगरसेवक बेटे नील सोमैया के खिलाफ आईएनएस विक्रांत मामले (INS Vikrant Fund Case) में एक रिटायर्ड फौजी ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। ये एफआईआर 53 वर्षीय रिटायर्ड फौजी बबन भोंसले (Baban Bhonsle) की शिकायत पर दर्ज की गई थी।
आरोप लगाने वाले फौजी ने शिकायत दर्ज कराई है कि सोमैया ने आईएनएस विक्रांत के लिए निधि जमा करने के लिए जो अभियान चलाया था, उसके लिए उन्होंने भी दान किया था। इस दौरान सोमैया ने 57 करोड़ से ज्यादा की निधि जुटाई लेकिन महाराष्ट्र के राज्यपाल के सचिव कार्यालय में इसे जमा करने की जगह उन्होंने इसमें अनियमितता की।
इस मामले के सामने आने के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वास भंग), धारा 420 (धोखाधड़ी) और धारा 34 (साझा मंशा) के तहत किरीट सोमैया, उनके बेटे नील और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी।
जब ये मामला सामने आया, उसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोप लगाया था कि किरीट सोमैया ने आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए जमा किए गए पैसे अपने बिजनेस के लिए इस्तेमाल किए। ये घोटाला सिर्फ घोटाला नहीं है, बल्कि देशद्रोह है।
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