Exclusive: सजा भी मिल रही, गैंग का सफाया भी हो रहा; बढ़ती ही जा रही हैं मुख्तार अंसारी की मुश्किलें
कभी जरायम की दुनिया में एकछत्र राज चलाने वाले माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के लिए आने वाले दिन बेहद मुश्किल भरे हो सकते हैं।
लखनऊ: जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मुश्किलें अब बढ़ती ही जा रही हैं। एक तरफ कोर्ट में मुख्तार को एक के बाद एक मामलों में सजा मिल रही है तो दूसरी तरफ मुख्तार गैंग का भी सफाया हो रहा है। मुख्तार के शार्पशूटर्स की या तो हत्या हो जा रही है या वे मुठभेड़ में मारे जा रहे है। सिर्फ इतना ही नहीं, मुख्तार गैंग के दो बड़े शूटर्स अताउर रहमान बाबू और शहाबू लंबे अरसे से फ़रार चल रहे है। पुलिस का कहना है कि मुख्तार के ये शूटर्स पाकिस्तान में हैं। ये दोनों ही बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोपी हैं।
मुख्तार का रिश्तेदार भी है अताउर रहमान
अताउर रहमान 90 के दशक से मुख्तार का खास शूटर रहा। अताउर रहमान मुख्तार का चचिया ससुर भी है। कोयला कारोबारी नन्द किशोर रूंगटा के अपहरण में अताउर रहमान उर्फ बाबू का नाम सामने आया था। मुख्तार अंसारी ने रूंगटा का अपहरण कर 5 करोड़ की फिरौती मांगी थी। 22 जनवरी 1997 को वाराणसी में कोयला कारोबारी रूंगटा का अपहरण हुआ था। उनके आफिस में अताउर रहमान कोयला व्यापारी बन कर पहुंचा था, उन्हें बात करते-करते बाहर लाया ,जहां सफेद रंग की गाड़ी पहले से ही खड़ी थी और उसी में बैठकर किडनैप कर लिया। बताते हैं कि इस कार में मुख्तार अंसारी पहले से ही मौजूद था।
टेलिस्कोपिक रायफल चालाने में एक्सपर्ट है अताउर
इसके बाद अताउर रहमान का नाम कृष्णानंद राय की हत्या में आया। पुलिस के मुताबिक, वह टेलिस्कोपिक रायफल चलाने में एक्सपर्ट था। माफिया ब्रजेश सिंह के गुरु साहब सिंह को कोर्ट में पुलिस वैन से उतरने के बाद टेलिस्कोपिक रायफल से गाड़ी में बैठकर मार दिया गया था।कृष्णानंद राय की हत्या में नाम आने के बाद अताउर रहमान फरार हो गया। पुलिस के मुताबिक 2017 में यूपी में योगी सरकार बनने तक अताउर मुख्तार की गाड़ी में घूमता था और उसकी गैंग का काम करता था। लेकिन योगी सरकार बनने के बाद अताउर बांग्लादेश और फिर पाकिस्तान भाग गया।पुलिस के पास अताउर की धुंधली फोटो ही है।
मुख्तार के लिए बड़ा झटका है जीवा की हत्या
इस बीच संजीव माहेश्वरी की हत्या से मुख्तार को बड़ा झटका लगा है। लखनऊ कोर्ट में बुधवार को माफिया के ख़ास शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या हो गई। उसके गैंग को सबसे बड़ा झटका तब लगा था जब जेल में उसके खास शूटर रहे मुन्ना बजरंगी की जुलाई 2018 में हत्या हो गई। मुन्ना बजरंगी बागपत जेल मे बंद था और वह भी बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोपी था। मुख़्तार गैंग के बड़े शूटर राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय को यूपी एसटीएफ ने 2020 में मुठभेड़ में मार गिराया था। राकेश उर्फ हनुमान भी कृष्णानंद राय की हत्या का आरोपी था।
जनवरी 2021 में हुई थी अजीत सिंह की हत्या
जनवरी 2021 में मुख्तार गैंग के गुर्गे अजीत सिंह की लखनऊ में हत्या हो गई थी। मई 2021 में चित्रकूट जेल में बंद मेराज की हत्या हो गई। मेराज को मुख्तार का काफी करीबी बताया जाता है। मेराज को पाकिस्तानी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि वह मुख्तार गैंग के लिए असलहे और फंड जमा करता था।
अक्टूबर 2021 में मुख्तार के शूटर अली शेर को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में मुठभेड़ में मार गिराया और एक अन्य शूटर दीपक वर्मा का भी वही अंजाम हुआ। पुलिस का कहना है कि किसी भी गैंग की ताकत गैंग लीडर से होती है और मुख्तार के कमजोर होने के साथ-साथ गैंग की भी ताकत कम हो रही है।