देश की राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के तीन और मामले सामने आने के बाद यहां इस संक्रमण का आंकड़ा 12 तक पहुंच गया है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि फिलहाल मंकीपॉक्स के पांच मरीज लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें एक 30 वर्षीय नाइजीरियाई महिला भी है। दिल्ली में अब तक कुल 12 मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं। दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला 24 जुलाई को सामने आया था। इस संक्रमण का उपचार करने के लिए लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल को नोडल अस्पताल बनाया गया है।
अमेरिका में हुई थी पहली मौत
अमेरिका की लॉस एंजिलिस काउंटी में मंकीपॉक्स से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। यह पहला मामला था जब किसी मरीज की मंकीपॉक्स से मौत हुई थी। लॉस एंजिलिस काउंटी के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स को व्यक्ति के मौत का कारण बताया था और एक प्रवक्ता ने कहा कि पोस्टमॉर्टम में इसकी पुष्टि हो गई है। रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत कमजोर थी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा, उस व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
मंकीपॉक्स से न्यूरो और मानसिक समस्याओं का जोखिम बढ़ाः नई रिसर्च
स्टडी रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में पाए गए 90 से 99 फीसद मंकीपॉक्स वायरस सिक्वेंस का जीनोमए.2 ग्रुप से संबंधित पाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जुलाई-अगस्त 2022 के बीच की अवधि के दौरान 18 राज्यों से मंकीपॉक्स के 96 संदिग्ध मामले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे को जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से 10 मामले पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें दिल्ली से 5 केस थे। इनमें 3 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल थीं। वहीं केरल के 5 केस थे। दिल्ली में पाए गए मंकीपॉक्स के मरीजों का किसी तरह का अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल हिस्ट्री नहीं था। जबकि केरल में जिनमें मंकपॉक्स पाए गए वे यूएई से भारत आए थे।
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