'मणिपुर में अगले 7 से 10 दिनों में सुधर जाएंगे हालात', असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा का बड़ा बयान
मणिपुर के हालात को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा का एक बयान आया है । उन्होंने कहा कि अगले सात से दस दिनों में मणिपुर में हालात सुधर जाएंगे।
डिब्रूगढ़: मणिपुर में जारी हिंसा के बीच असम के मुख्यमत्री हिमंत विश्व शर्मा का बड़ा बयान आया है। उन्होंने दावा किया है कि अगले सात से 10 दिनों में मणिपुर में हालात सुधर जाएंगे। शर्मा ने इस दावे के पीछे यह तर्क किया कि राज्य एवं केंद्र सरकार शांति बहाली के लिए ‘चुपचाप’ काम कर रही है। वहीं शर्मा ने विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि वह तब चिंता जाहिर कर रहा है, जब मणिपुर में अपेक्षाकृत शांति कायम हो गई है।
मणिपुर में हालात काफी सुधरे हैं-शर्मा
डिब्रूगढ़ में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हिमंत विश्व शर्मा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मणिपुर में स्थिति दिन-प्रतिदिन सुधर रही है। मेरे विचार से अगले सात से दस दिनों में स्थिति में और सुधार आएगा।’ उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में पिछले महीने स्थिति में काफी सुधार आया। शर्मा ने कहा, ‘मणिपुर सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय चुपचाप काम कर रहे हैं। आप देख सकते हैं कि एक महीना पहले हिंसा का स्तर क्या था और आज क्या है।’
जब हालात खराब थे तब कांग्रेस ने आवाज नहीं उठाई-शर्मा
उन्होंने कहा, ‘मैं गारंटी से कह सकता हूं कि स्थिति में काफी सुधार आया है।’कांग्रेस की आलोचना करते हुए शर्मा ने कहा, ‘जब मणिपुर में अपेक्षाकृत शांति आ गई है, तब कांग्रेस वहां के हालात के बारे में शोर मचा रही है। उसे तब आवाज उठानी चाहिए थी, जब स्थिति बेहद खराब थी।’ बता दें कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती और अल्पसंख्यक कुकी समुदाय के बीच तीन मई को शुरू हुए जातीय संघर्ष में अब तक 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
इंफाल घाटी में प्रदर्शन
मणिपुर के मौजूदा संकट के शांतिपूर्ण समाधान की मांग को लेकर लोगों ने शनिवार को मणिपुर की इंफाल घाटी में कई स्थानों पर प्रदर्शन किया। इंफाल पूर्वी जिले के खुरई में महिलाओं ने बड़ी संख्या में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के किसी भी प्रयास के विरोध में धरना दिया और मुख्यमंत्री बीरेन एन सिंह को अपना समर्थन दिया। असम के कछार जिले की सीमा से लगते जिरीबाम जिले में महिलाओं ने एक रैली निकाली और मुख्यमंत्री तथा विधायकों से इस्तीफा न देने का आग्रह करते हुए कहा कि यह उग्रवादियों के सामने आत्मसमर्पण करने के समान होगा। ये प्रदर्शन एन बीरेन सिंह द्वारा यह स्पष्ट किए जाने के एक दिन बाद हुए कि वह पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उनके स्पष्टीकरण से पहले शुक्रवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके काफिले को राजभवन की ओर बढ़ने से रोक दिया था। अंततः मुख्यमंत्री ने महिला प्रदर्शनकारियों से कहा कि वह इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। (इनपुट-भाषा)