राजौरी: गुरुवार 20 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर के भीमबेर गली और पुंछ के बीच सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में सेना के राष्ट्रीय रायफल्स के 5 जवान शहीद हो गए और 1 जवान बुरी तरह से घायल हो गया था। इस हमले की जिम्मेदारी PAFF यानि पीपल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट नाम के आतंकी संगठन ने ली थी। बताया जाता है कि इस संगठन को जैश के मोहम्मद का समर्थन प्राप्त है। अब इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।
'पूरी घटना को रेकी के बाद अंजाम दिया गया'
आज शनिवार को जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह राजौरी के बुद्ध खनारी गांव पहुंचे। जहां उन्होंने कहा, "इस पूरी घटना को रेकी के बाद अंजाम दिया गया है। उनका कोई नेटवर्क होगा जिससे गाड़ी की गतिविधि की जानकारी उनके पास थी। उन लोगों ने बारिश के बावजूद भी घटना को अंजाम दिया। हमे इसमें 3-5 लोगों के शामिल होने की आशंका है। हम लोकल सपोर्ट की निशानदेही कर रहे हैं।"
'इस हमले में चीनी हथियारों का इस्तेमाल हुआ'
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से आतंकवादियों का समर्थन करने और उन्हें शरण देने के आरोप में 221 लोगों को हिरासत में लिया गया और 6 को गिरफ्तार किया गया है। सेना के ट्रक हमले और डांगरी हमले में भी चीनी हथियारों का इस्तेमाल हुआ था। उन्होंने बताया कि घाटी में सुरक्षाबल अब और भी ज्यादा सतर्क हो गए हैं और इस कायराना हमले के जिम्मेदारों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि आगे से कोई भी ऐसी जुर्रत नहीं करेगा।
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