Maharashtra News: कश्मीर घाटी में पिछले कुछ दिनों से कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं को निशाना बनाकर हत्या की जा रही है। एक महीने के भीतर कई कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई। सैकड़ों भयभीत कश्मीरी पंडित पलायन करने लगे हैं। पूरे देश में आक्रोश है। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घाटी के हालात पर गंभीर रूप से चिंता व्यक्त की। उन्होंने भरोसा दिया कि कश्मीरी पंडितों के लिए जो करना पड़े, करेंगे।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, "कश्मीरी पंडित सचमुच कश्मीर घाटी से भाग रहे हैं। उन्हें घर लौटने का सपना दिखाया गया था, लेकिन घर लौटने पर पंडितों को एक-एक कर मौत के घाट उतारा जा रहा है। इस भीषण स्थिति में बड़ी संख्या में पंडित वहां से भागने लगे, जो सभी को स्तब्ध करने के साथ-साथ विचलित करने वाली घटना भी है। इस समय शिवसेना पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में मैं केवल यह वादा कर सकता हूं कि इस कठिन समय में महाराष्ट्र कश्मीरी पंडितों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।"
महाराष्ट्र अपना फर्ज निभाएगा- उद्धव ठाकरे
1995 में जब महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बनी, तो पार्टी प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र में कश्मीरी पंडितों के बच्चों को विशेष तौर पर शिक्षा में आरक्षण दिया था। यह उल्लेख करते हुए कि शिवसेना प्रमुख ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिए लगातार आवाज उठाई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, "महाराष्ट्र ने हमेशा कश्मीरी पंडितों के साथ एक संवेदनशील संबंध बनाए रखा है। हम इसे अपना कर्तव्य समझते हैं और इसे कर्तव्य की भावना से देखते हैं। फिलहाल हम घाटी में स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं। कश्मीरी पंडितों के नेताओं से भी बातचीत चल रही है। मैं दोहराता हूं, हम कश्मीरी पंडितों के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। उन्हें अधर में नहीं छोड़ा जाएगा। महाराष्ट्र अपना फर्ज निभाएगा।"
वहीं, कश्मीर में हिंदुओं की हालिया हत्याओं को लेकर महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, "कश्मीर के हालात बेहद चिंताजनक हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में स्थिति फिर से दोहराई जा रही है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाएगी।"
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