दरगाह की रैली में औरंगजेब की फोटो के साथ मुस्लिम युवकों ने किया डांस, डिप्टी सीएम का भी आया बयान
अहमदनगर में दरगाह की रैली के दौरान औरंगजेब की फोटो के साथ कुछ मुस्लिम युवकों ने डांस किया। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने बयान जारी कर कहा कि ये स्वीकार नहीं किया जाएगा।
महाराष्ट्र में औरंगजेब की फोटो को लेकर विवाद झिड़ता नजर आ रहा है। बता दें कि अहमदनगर के मुकुंदनगर इलाके में एक रैली के दौरान कुछ मुस्लिम युवकों ने औरंगजेब की फोटो को लेकर डांस किया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसके बाद इसे लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन सामने आया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर कोई औरंगजेब की फोटो दिखाएगा तो उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। बता दें कि कुछ महीने पहले भी महाराष्ट्र के वाशिम जिले में कुछ युवकों ने औरंगजेब की फोटो के साथ डांस किया था, जिसके बाद पुलिस ने 8 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया था। इस मामले पर कई राजनेता आमने-सामने भी आए थे।
क्या था मामला
दरअसल, अहमदनगर के मुकुंदनगर इलाके में बीती रात रविवार को एक रैली निकाली गई। इस रैली में कुछ युवकों ने औरंगजेब की फोटो के साथ जमकर डांस किया। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में दिख रहा कि एक युवक औरंगजेब की फोटो लिए हुए है और कुछ लोगों ने उसे अपने कंधें पर बिठाया हुआ है। बता दें कि अहमदनगर के मुकुंदनगर मे दमबारा हजारी दरगाह का उर्स था। ये उर्स बीते रविवार रात को मनाया जा रहा था। इस उर्स के मौके पर DJ की रैली निकाली गई थी, इसी रैली में कुछ युवक औरंगजेब की फोटो के साथ डांस करते नजर आए। जिसके कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसके बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने कड़े शब्दों से संदेश दिया।
देवेंद्र फडणवीस का रिएक्शन
घटना को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगर कोई औरंगजेब की फोटो दिखायेगा तो उसे बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। हमारे देश में, महाराष्ट्र में हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज और धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज की मूर्ति हो सकती है। अगर कोई औरंगजेब का नाम लेता है, तो उसे किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा।
औरंगजेब का इतिहास
जानकारी दे दें कि औरंगजेब ने भारत पर 1658 से 1707 (करीब आधी सदी ) तक शासन किया था। इतिहास औरंगजेब को बेहद क्रूर शासक मानता है। उसके शासन में भारत में 1000 हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया था। वहीं, कई ऐसे मंदिर थे, जिन्हें तोड़कर वहां मस्जिद की निर्माण करवा दिया गया। बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर को 1669 में औरंगजेब ने तोड़ने का आदेश दिया था। इतिहासकारों की मानें तो औरंगजेब ने लाखों हिन्दुओं का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया और जिन्होंने उसके आदेश नहीं माने उनका कत्ल करवा दिया गया।
4 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
बता दें कि फडणवीस के आदेश के बाद महाराष्ट्र पुलिस एक्शन में आई है। अहमदनगर पुलिस ने 4 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि इन्हीं आरोपियों ने औरंगजेब के पोस्टर के साथ डांस किया था। पुलिस ने बताया कि आईपीसी की धारा 505(2), 298 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस चारों आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। इसके अलावा पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि आखिर औरंगजेब के पोस्टर लहराने के पीछे क्या मकसद था, जिस लबैक ग्रुप का नारा लगातार आरोपी लगा रहे थे उस लबैक ग्रुप को किसने और क्यों बनाया।
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