गुवाहाटी: असम में 13 साल की एक नाबालिग लड़की के यौन शोषण और हत्या के मामले में बड़ा अपडेट आया है। सूबे के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि राज्य के दरांग जिले में एक लड़की के यौन उत्पीड़न और मर्डर के मामले में ‘अपना दायित्व नहीं निभाने’ के आरोप में एक मजिस्ट्रेट को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। मेड के रूप में काम करने वाली पीड़ित लड़की जून में अपने नियोक्ता के घर में फंदे से लटकी मिली थी।
शर्मा ने जमकर की CID की तारीफ
SSB के जवान मुख्य आरोप के अलावा कई अन्य सरकारी कर्मचारी, जिनमें तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, संबंधित थाने के प्रभारी और 3 डॉक्टर शामिल हैं, पहले ही केस में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने काफी पेशेवर और वैज्ञानिक तरीके से जांच करने के लिए अपराध जांच विभाग (CID) की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘मजिस्ट्रेट को आज गिरफ्तार कर लिया गया। CID ने पुलिस अधीक्षक (SP), एडिशनल एसपी (जिले के), धूला थाने के OC और 3 डॉक्टरों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।’
‘अफसरों ने नियमों का पालन नहीं किया’
CID के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए. वाई. वी. कृष्णा ने कहा कि गिरफ्तार सरकारी अफसरों ने नियमों का पालन नहीं किया और इसे खुदकुशी की घटना बताकर बंद करने के लिए झूठी रिपोर्ट दी। मामले की जांच के लिए CID ने एक SIT का गठन किया था, जिसने गुरुवार को कहा था कि स्थानीय मजिस्ट्रेट आशीर्वाद हजारिका फरार है। शर्मा ने कहा कि यह मामला असम पुलिस के इतिहास में बेहद खास है क्योंकि पीड़िता के अंतिम संस्कार के एक महीने से ज्यादा समय बाद उनके निर्देश पर नए सिरे से जांच शुरू की गई थी।
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