अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित नहीं किए जाने संबंधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। चंपत राय ने कहा है कि इस संबंध में कांग्रेस नेता द्वारा दिया गया बयान पूरी तरह ‘असत्य, निराधार और भ्रामक’ है। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने गुजरात में किसी सभा में कहा है कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी होने के कारण नहीं बुलाया गया। हमें राहुल गांधी के इस वाक्य पर गंभीर आपत्ति है। ये असत्य है, निराधार है और भ्रामक है।’
‘राष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया था’
चंपत राय ने कहा, ‘हम बताना चाहते हैं कि अयोध्या में आयोजित शुभ समारोह में भारत की आदरणीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद दोनों को आमंत्रित किया गया था। भारत की प्रगति में योगदान देने वाले विभिन्न क्षेत्रों के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों, गरीबों, संत-महात्माओं, अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया था। साथ ही मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमिक भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद रहे। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के दौरान भी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ी जातियों के कई परिवारों ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के 'शुभ मंडप' में पूजा की थी।
‘राहुल के बयान पर हम गंभीर आपत्ति व्यक्त करते हैं’
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव ने कहा, ‘भगवान राम ने अपने जीवन में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। राम मंदिर निर्माण में लगा हुआ ट्रस्ट भी किसी के साथ भेदभाव करने का विचार नहीं रख सकता। तथ्यों की उचित जानकारी के बिना ऐसे गलत, निराधार और भ्रामक भाषण देने से समाज में गंभीर मतभेद पैदा हो सकते हैं। इसलिए हम इस पर गंभीर आपत्ति व्यक्त करते हैं। हमारा काम समाज को जोड़ना है।’ बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी होने के कारण आमंत्रित नहीं किया गया। राहुल के बयान के बाद ही चंपत राय की यह प्रतिक्रिया सामने आई है।
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