कांग्रेस ने केरल में की इलेक्शन कमीशन से वोटिंग डेट बढ़ाने की मांग, जानें क्या है कारण
कांग्रेस ने केरल में इलेक्शन कमीशन से वोटिंग डेट को आगे बढ़ाने की मांग की है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि शुक्रवार के दिन लोग नमाज अता करने जाते हैं, जिससे वोटिंग प्रभावित हो सकता है।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) ने इलेक्शन कमीशन (ECI) से साउथ स्टेट में मतदान को रीशेड्यूल करने का आग्रह किया है क्योंकि अभी वोटिंग शुक्रवार के दिन पड़ता है, जिसे इस्लाम में सप्ताह का सबसे अहम दिन माना जाता है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि चुनाव पैनल को एक साझा पत्र में, केपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष एम एम हसन और विधानसभा विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने मुस्लिम वोटर्स के लिए होने वाली कठिनाइयों का हवाला देते हुए वोटिंग का दिन 26 अप्रैल से आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पत्र में कहा गया है कि शुक्रवार या रविवार को चुनाव कराने से मतदाताओं के साथ-साथ चुनाव अधिकारियों और बूथ एजेंटों को काफी परेशानी हो सकती है।
तारीख बदलने की मांग
एएनआई से बात करते हुए हसन ने कहा, “केरल में मतदान की तारीख 26 अप्रैल है। केरल में, शुक्रवार और रविवार समुदाय के विभिन्न वर्गों के लिए असुविधा साबित होंगे, इसलिए हमने मतदान की तारीख को किसी और तारीख में बदलने की मांग की है। मैंने चुनाव आयुक्त और यूडीएफ अध्यक्ष और विपक्षी नेता को भी मेल भेजा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयुक्त को एक मेल भी भेजा है।"
इससे पहले, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने भी केरल के साथ-साथ तमिलनाडु में मतदान की तारीखों को बदलने की मांग करते हुए चुनाव पैनल से संपर्क करने का इरादा व्यक्त किया था, जहां पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा, उस दिन भी शुक्रवार है।
इलेक्शन कमीशन के सामने रखेंगे बात
केरल में कांग्रेस के प्रमुख सहयोगी आईयूएमएल ने कहा था कि वे 2 दक्षिणी राज्यों में चुनाव की तारीखों को बदलने के लिए ईसीआई से संपर्क करेगा। आईयूएमएल के राज्य महासचिव पी एम ए सलाम ने कहा, "शुक्रवार को मतदान की घोषणा से मतदाताओं, उम्मीदवारों, मतदान एजेंटों और चुनाव ड्यूटी में नियुक्त अधिकारियों को असुविधा होगी। हम ईसीआई से बात करेंगे।"
7 चरणों में होना है मतदान
जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते 2024 के लोकसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा की,इसके मुताबिक, लोकसभा चुनाव देश में 7 चरणों में होगा। वोटिंग 19 अप्रैल को शुरू होगी, जो 1 जून चलेगी। वहीं, वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
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