बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) 25 सितंबर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात करेंगे। बिहार के दोनों नेता बैठक के लिए नई दिल्ली जाएंगे। नीतीश कुमार इस समय देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए अपनी ताकत झोंक रहे हैं। पिछले दिनों वह तीन दिनों के लिए दिल्ली की यात्रा पर थे, उस दौरान उन्होंने राहुल गांधी, सीताराम येचुरी, डी राजा, अरविंद केजरीवाल, मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और अन्य सहित कई नेताओं से मुलाकात की थी। हालांकि, इस दौरान सोनिया गांधी वहां मौजूद नहीं थीं, इसलिए वह उनसे नहीं मिल पाए।
लेकिन अब 25 सितंबर को यह कसर भी पूरी हो जाएगी। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की जयंती पर हरियाणा के फतेहाबाद जाएंगे। उम्मीद है कि रैली के दौरान देश के विपक्षी दलों के नेता वहां एकत्र होंगे। ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व में इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) हर साल ताऊ देवीलाल की जयंती के अवसर पर एक रैली आयोजित करता है।
क्या बनेगा महागठबंधन
बिहार में बीजेपी को रोकने के लिए एक बार नीतीश कुमार, लालू यादव और कांग्रस ने एक साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था, जो अपने मनसूबों में सफल भी रही थी। शायद यही वजह है कि अब देश में बीजेपी को रोकने के लिए नीतीश कुमार फिर से एक बड़े महागठबंधन पर काम कर रहे हैं। हालांकि, पीएम फेस को लेकर नीतीश कुमार बार-बार कहते आए हैं कि उनका प्रधानमंत्री बनने का कोई सपना नहीं है, वो सिर्फ बीजेपी को रोकने के लिए विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं।
पवार और ममता बनर्जी अलग चाल में हैं
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने 2024 के चुनाव, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार समेत कई मुद्दों पर बयान दिया है। पवार ने कहा कि मेरी 2024 के चुनाव को लेकर ममता बनर्जी से बात हुई है। उनका कहना था कि जब बात नेशनल इंटरेस्ट को लेकर होगी तो हम आपसी मतभेद अलग कर साथ आ सकते हैं। ऐसा बंगाल चुनाव में देखने को मिला था, जहां लेफ्ट और कांग्रेस ने न्यूट्रल स्टैंड लिया। इसका फायदा ममता बनर्जी को मिला।
Latest India News