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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'सुबह 3 बजे अनजान लोगों के बीच आंख खुली', कोलकाता की महिला डॉक्टर ने बताई आपबीती

'सुबह 3 बजे अनजान लोगों के बीच आंख खुली', कोलकाता की महिला डॉक्टर ने बताई आपबीती

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी करक मेडिकल अस्पताल और कॉलेज में महिला डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद इस मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के बारे में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं।

 r g kar medical college trainee shares horror- India TV Hindi Image Source : PTI आर जी कर मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी ने सुनाई आपबीती।

कोलकाता के अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप और बेरहमी से हत्या की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। घटना को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस बीच मृत महिला डॉक्टर की सहकर्मियों ने आरजी कर अस्पताल में खराब व्यवस्थाओं के बारे में बोलना शुरू कर दिया है। एक ट्रेनी डॉक्टर ने तो ये तक बताया है कि कैसे दो अनजान लोगों ने उन्हें झकझोर कर उठाया जब वह अस्पताल के रेस्ट रूम में आराम कर रही थीं। ट्रेनी ने अस्पताल की खराब व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। 

डॉक्टर की आपबीती

रॉयर्टस के मुताबिक, डॉ श्रेया शॉ जो कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पीजी की ट्रेनी हैं उन्होंने बताया कि करीब सुबह 3 बजे दो अजनबियों ने झकझोरा। इस वक्त वह रेस्ट रूम में सो रही थीं। इस रेस्ट रूम में ताले नहीं लगे थे। महिली डॉक्टर ने बताया कि शुरुआत में अंधेरे में अनजान लोगों को देखकर जागना काफी डरावना था। वह हैरान थीं कि मरीज बिना रोक-टोक के उस मंजिल में प्रवेश कर सकते थे जहां वह आराम कर रही थीं।

लेक्चर हॉल के दरवाजे पर लॉक नहीं था

अस्पताल की दो अन्य ट्रेनी डॉक्टरों ने बताया है कि मृतक महिला डॉक्टर 36 घंटे की शिफ्ट के बाद जिस लेक्चर हॉल में आराम कर रही थी उसके एक दरवाजे पर कोई लॉक नहीं था। ये ट्रेनी डॉक्टर भी उस जगह पर आराम कर चुकी थी। उन्होंने बताया कि निर्धारित ब्रेक रूम में एयर कंडीशनिंग भी खराब हो गई थी।

साल 2019 में हुई थी पॉलिसी बनाने की बात

साल 2019 में एक अन्य अस्पताल में मरीज के रिश्तेदारों द्वारा दो डॉक्टरों पर हमला कया गया था। इस घटना के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रभावी सुरक्षा उपकरण और सिस्टम बनाने, परिसर में प्रवेश और निकास को विनियमित करने आदि के खिलाफ पॉलिसी बनाने का वादा किया था। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पीजी ट्रेनी डॉ रिया बेरा ने अपने सहकर्मी की मौत के बारे में कहा कि यदि वे उपाय किए गए होते, तो यह घटना कभी नहीं होती।

स्वास्थ्य सचिव ने क्या कारण बताया?

इस मामले में पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम ने रॉयटर्स से कहा है कि कोविड महामारी ने दो साल तक सुधारों को बाधित किया था। हालांकि, 2021 के बाद से बहुत कुछ किया गया है जिसमें सीसीटीवी कवरेज को मजबूत करना और अस्पतालों में निजी सुरक्षा को शामिल करना शामिल है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हम बचे हुए काम को करने और आरजी कर में घटना के बाद उभरी कमियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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