कोलकाता रेप-मर्डर केसः वो 25 किरदार जिसके इर्दगिर्द है सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट, जानें कहां तक पहुंची जांच
डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में सीबीआई की स्टेटट रिपोर्ट 25 किरदारों के इर्दगिर्द घूमती है। सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में सीबीआई ने बताया है कि जांच में अब तक क्या-क्या हुआ।
नई दिल्लीः सीबीआई आज कलकत्ता ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है। ये स्टेटस रिपोर्ट सील बन्द लिफाफे में दाखिल की गई है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अभी तक जांच किस दिशा में है और किस स्टेज पर है वो हम आपको बता रहे हैं।
इन किरदारों के इर्दगिर्द सीबीआई की जांच
- किरदार नंबर 1 सजंय रॉय। मुख्य आरोपी
- किरदार नंबर 2 सदीप घोष। 6 बार सीबीआई पूछताछ का सामना अब तक क्लीन चिट नही
- किरदार नंबर 3 जिसने लाश देखी सबसे पहले अस्पताल में।
- किरदार 4 T0 5 नंबर पीड़ित के माता पिता
- किरदार नंबर 6 Ass सुपरिटेंडेंट। जिसने पहला कॉल परिवार को किया और आत्महत्या बताया डॉक्टर की मौत को
- किरदार नंबर 7 to 10 पीड़िता के साथ खाना खाने वाले 4 डॉक्टर।
- किरदार नंबर 11 खाना डिलेवरी बॉय
- किरदार नंबर 12 ASI अरूप दत्ता जिसकी बैरक में हत्या करने के बाद आकर सोया सजंय
- किरदार नंबर 13 सौरभ संजय का दोस्त जिसके साथ सजंय ने शराब पी घटना की रात
- किरदार नंबर 14 TO 17 पीड़िता के करीबी 4 जूनियर डॉक्टर
- किरदार नंबर 18 To 22 पोस्टमार्टम करने वाले पांच डॉक्टर
- किरदार नंबर 23 अस्पताल की एक अधिकारी बुलबुल
- किरदार नंबर 24 चेस्ट विभाग के अधिकारी।
- इसके अलावा 49 ग्राउंड स्टाफ अस्पताल का जो घटना के लिए ड्यूटी पर थे।
- रिनोवेशन करने वाले मजदूर, कर्मचारी लेबर और सेमीनार हॉल के तमाम लोग।
सीबीआई कोर्ट को देगी ये जानकारी
- जांच कहाँ तक पहुँची
- कितने किरदारों के बयान दर्ज हुए
- आरोपी संजय रॉय ने पूछताछ में क्या-क्या कबूल किया
- फॉरेंसिक रिपोर्ट में क्या निकला
- आरोपी के बयान और रिक्रिएशन को कॉलेब्रेट कर क्या निष्कर्ष निकला
- वारदात में संजय रॉय अकेले ही शामिल था या एक से ज्यादा लोग शामिल थे
- पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का जांच में रोल
- कोलकाता पुलिस की जाँच में कहाँ-कहाँ खामी रही
- कितने किरदारों की भूमिका संदिग्ध और क्यों? (जैसे कि ASI अरुप दत्ता समेत कई किरदार)
जांच में अभी तक क्या-क्या हुआ
- सीबीआई ने पिछले 6 दिन में डॉक्टर मर्डर रेप केस में दो लोगो से लगातार पूछताछ की। पहला मुख्य आरोपी संजय रॉय और दूसरा पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष।
- सीबीआई ने अस्पताल में जाकर सभी फोरेंसिक जांच की और सबूत इकट्ठा करने की कोशिश की।
- सीबीआई के सीएफएसएल टीम के 5 डॉक्टर्स ने संजय रॉय का साइक्लोजिकल टेस्ट किया यानी उसकी मानसिक स्थिति जानने की कोशिश की। जिसकी एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई। ये टेस्ट इस लिए करवाया गया ताकि जांच एजेंसी ये सुनिश्चित कर सके कि क्या आरोपी संजय रॉय के बयानों पर विश्वास किया जा सकता है।
- साथ भी जल्द आरोपी का पॉलीग्राफी टेस्ट किया जाएगा ये भी सुप्रीम कोर्ट को बताया जाएगा।
- सीबीआई ने इस एंगल पर भी जांच की क्या वारदात में अकेले संजय रॉय शामिल था या एक से ज्यादा आरोपी।
- पिछले 7 दिन में सीबीआई ने अस्पताल यानी क्राइम सीन कई बार विजिट किया और एक्सपर्ट्स के साथ सैंपल इक्कठा किये, साथ ही स्पॉट की मैपिंग भी की गई।
- अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज जिसमे वारदात से पहले और बाद में आरोपी संजय रॉय की मूवमेंट देखी गयी, उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई।
- क्राइम सीन पर बहुत सारे फुटप्रिंट्स मिले है क्योंकि हत्या के बाद क्राइम सीन को सुरक्षित नहीं रखा गया- इसके अलावा आसपास रेनोवेशन हुआ जिस वजह से काफी एविडेन्स डिस्ट्रॉय होने का शक।
- पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को लेकर सीबीआई दो एंगल पर जांच कर रही है।
- संदीप घोष ने जल्दबाजी में परिवार को क्यो कहा उनकी बेटी ने सुसाइड कर लिया है।
- क्या जानबूझकर इस तरह की बात कही गई जिससे हत्या को छुपाया जा सके, सबूत मिटाने जा सके।
- आखिर क्यों पुलिस को जानकारी देने से पहले संदीप घोष ने अस्पताल स्टाफ के साथ मीटिंग की।
- पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने तुरन्त इस्तीफा देकर कही और ज्वाइनिंग क्यो किया, खुद के ऊपर आरोप न लगे कही ऐसी मंशा तो नही थी।
- सबूतों के साथ छेड़छाड़ के एंगल से भी सीबीआई पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रही है- कोशिश ये जानने की है कि कही वो किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है।
अभी तक की जांच में क्या निकला
सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश करने के लिए जांच एजेंसी सीबीआई जो रिपोर्ट तैयार कर रही है उसमें इन तमाम बातों का जिक्र हो सकता है।
- वारदात को अकेले संजय रॉय ने अंजाम दिया
- हॉस्पिटल की सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक रिपोर्ट में संजय रॉय की वारदात में संलिप्तता के सबूत मिले
- वारदात के बाद पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की भूमिका संदिग्ध
- मौका-ए-वारदात को सुरक्षित नहीं रखा गया
- FIR दर्ज करने में हुई देरी
- परिवार को जानबूझकर गलत जानकारी दी गयी
- कोलकाता पुलिस की जांच के तरीके पर सवाल
- अस्पताल में कई अनिमितताओं का पता चला है
- आरजी कार अस्पताल को लेकर की गई शिकायतों को पूर्व प्रिंसिपल द्वारा नजरअंदाज किया गया
डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट सबसे महत्वपूर्ण
एक सूत्र ने बताया कि इस केस में सिर्फ डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट सबसे महत्वपूर्ण है। डीएनए रिपोर्ट से साफ हो जाएगा कि सिर्फ एक ही आरोपी है या कुछ और लोगो के भी कुछ सेंपल मिलते है। हालांकि अभी तक रेप और हत्या में एक ही आरोपी संजय रॉय लग रहा है। डीएनए रिपोर्ट ही इस केस को पूरी तरह सॉल्व करने के लिए काफी है जिसका कोर्ट में महत्व भी है। इसके अलावा साइक्लोजिकल टेस्ट। पॉलीग्राफी बस एक माध्यम है सच झूठ पकड़ने का लेकिन इनका कोर्ट में कोई महत्व नहीं होता है। सूत्रों के मुताबिक संजय रॉय का डीएनए सैंपल रिपोर्ट केस को सॉल्व कर देगी जो फिलहाल सीएफएसएल लैब में है इसकी पूरी रिपोर्ट आने में समय लगता है। संदीप घोष पूर्व प्रिंसिपल अभी तक मामला घुमाने, सबूतों से छेड़खानी करने के मामले में संदेह में है।