Indian Railways Facts: भारतीय दुनिया की सबसे चौथी बड़ी रेल नेटवर्क है। आप प्रतिदिन ट्रेन से यात्रा करते होंगे। कुछ ऐसे इंटरेस्टिंग फैक्ट होते हैं जिनके बारे में आपको मालूम नहीं होगा। रेलवे इंसानों की सुरक्षा को देखते हुए कई नियम कानून बनाता है ताकि किसी व्यक्ति को परेशानी ना हो। क्या आपको पता है कि रेलवे महिलाओं को दो मर्दों के बीच में टिकट क्यों नहीं देता है, इसके पीछे की वजह क्या होती है। तो चलिए आज इसके बारे में विस्तार से समझते हैं।
रेलवे डिपार्टमेंट का आईआरटीसी बड़ा विभाग है। रेलवे का लाइफ लाइन अब आईआरटीसी बन चुका है। अगर आईआरटीसी ना हो तो यात्रियों को टिकट करने में असुविधा हो जाएगी। ऐसा कहा जाता है दुनिया में सबसे बिजी वेबसाइटों में से एक है। आईआरटीसी से महिला जब टिकट बुक करती है तो रेलवे विभाग देखता है कि महिला अगर सिंगल है तो उसे महिलाओं के बीच में टिकट मुहैया कराया जाए, आईआरटीसी की कोशिश रहती है कि सिंगल महिला को सबसे सुरक्षित सीट दी जाए।
आईआरटीसी ऐसा क्यों करता है?
हमारे देश में आज भी महिलाएं अकेले यात्रा करने में काफी डरती है। उनका डरना सुरक्षा की दृष्टि से जायज भी होता है। इसलिए आईआरटीसी महिलाओं को ऐसी सीट देता है ताकि वो खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। आईआरटीसी मर्दों के बीच में इसलिए टिकट नहीं देता है क्योंकि महिलाएं काफी असहज महसूस करती हैं। जाहिर सी बात है कि अगर कोई महिला 4 मर्दों के बीच में एक लंबी यात्रा करें तो उसके लिए कठिन साबित हो सकता है। इस संबंध में जब कुछ महिलाओं से बात किया तो उन्होंने सुरक्षा का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि ट्रेन में अकेले यात्रा करना चैलेंज का काम होता है। हमारे सीट के बगल में कौन व्यक्ति है, हमें मालूम नहीं होता है। हमारे लिए सभी अनजान होते हैं, ऐसे में सामान का चोरी हो जाना या खुद को सुरक्षित महसूस करना काफी कठिन होता है।
ट्रेन में छेड़खानी किया तो जाना पड़ेगा जेल
अगर किसी महिला के साथ यात्रा करते समय किसी व्यक्ति ने उसके साथ छेड़छाड़ किया तो उस व्यक्ति को 1 साल की जेल हो सकती है। आरोपी के ऊपर आईपीसी की धारा 354 के तहत कार्रवाई की जाती है। इस धारा के तहत अधिकतम 1 साल की सजा हो सकती है। किसी भी महिला के साथ अगर होता है तो वह आने वाले अगले स्टेशन वाले थाना में जाकर एफआईआर कर सकती है और साथ ही साथ ट्रेन में सवार आरपीएफ को सूचित कर सकती हैं।
Latest India News