Be aware of cyber Fraud: आजकल किसी के साथ साइबर फ्रॉड हो जाए तो हैरान करने वाली बात नही होगी। यह एक ऐसा क्राइम हो गया है जो अमीर और गरीब नहीं देखता है। हालांकि क्राइम तो अमीर गरीब देखती भी नहीं है। इसका शिकार अगला कौन होगा किसी को मालुम नहीं होता है। एक समय में जब फोन की घंटी बजती थी तो किसी रिश्तेदार की कॉल आता था लेकिन समय के साथ स्थितियां बदल गई है। अब फोन की घंटी बजे तो सावधान हो जाइए, कहीं ये घंटी को आपको लाखों की नुकसान ना पहुंचा दें। यानी आसान भाषा में समझे कि जब किसी का फोन आता है तो पहले अच्छे से जांच करलें कौन है, किस लिए कॉल किया है।
अगर कुछ गोपनीय बातों के बारे में पूछ रहा है तो रूक जाइए नहीं तो बैंक में पड़े लाखों रुपये गायब हो जाएंगे। आज आपको साइबर क्राइम से ही रिलेटेड कहानी बताने जा रहे हैं, जिसकी शिकार एक महिला हो गई थी। ये थोड़ा अलग है मामला है इसलिए हमने सोचा कि आपको जानना बेहद जरुरी है ताकि जो महिला के साथ हुआ वो आपके साथ न हों। तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे एक सोनीपत की महिला साइबर फ्रॉड का शिकार हो गई।
कस्टमर केयर को कॉल किया था
हाल में ही एक घटना हरियाणा के सोनीपत से देखने को मिला। इस शहर में रहने वाली महिला ने अमेजन के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया था और एक कॉल ने ही उसके एक लाख रुपये गायब कर दिए। अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि महिला ने तो कस्टमर केयर में कॉल किया था तो उसके पैसे कैसे उड़ गए। कस्टमर केयर तो समस्या को सुलझाने के लिए होता है तो पैसे कैसे काट लिए, मतलब समस्या हल करने के बजाए ये तो समस्या ही बढ़ा ही दिया। आपको परेशान और घबराने की जरुरत नहीं है बस सावधानी बरतने की जरुरत है। अब जान लेते हैं कि महिला के साथ कैसे इस प्रकार की घटना हो गई थी।
एनी डेस्क ऐप का इंस्टाल करवाया
महिला के मुताबिक, उसने गूगल सर्च इंजन के जरिए अमेजन की कस्टमर केयर का नंबर को निकाला। उसके बाद उसने नंबर पर कॉल किया। कस्टमर केयर बनकर बात करने वाली महिला ने सबसे पहले पीड़ित महिला को अपने जाल में फंसाया। जालसाझ महिला ने उस महिला को अपने फोन में एनी डेस्क(Any Desk) ऐप को इंस्टाल करने के लिए बोला। इसके बाद ऐप से जुड़ी कुछ प्रोसेस करवाया फिर क्या था महिला के खाते से भन-भन पैसे उड़ने लगे। महिला ये देखकर काफी परेशान हो गई। महिला ने आनन-फानन में हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल किया।
पुलिस इस पर जल्दी ही एक्शन मोड में आ गई और लेन-देन वाली प्रक्रिया को रोकने में कामयाब हो गई। लेकिन तब तक अकाउंट से एक लाख रुपये चंपत हो गए थे। हरियाणा पुलिस ने लोगों से आग्रह किया कि आप सभी को साइबर क्राइम को लेकर जागरुक रहना है और क्राइम ब्रांच ने लोगों से अपील किया कि आप अपने फोन में ऐप इंस्टाल करने से पहले उस ऐप के बारे में जानकारी करें ताकि इस प्रकार की क्राइम आपके साथ ना हो।
कस्टमर केयर में कॉल करने से पहले ये रखे ध्यान
आपको किसी भी कंपनी के कस्टमर केयर में बात करनी हो तो आप सबसे पहले उस कंपनी के ऐप पर देखे, वहां पर आपको कॉल या हेल्प नंबर अवश्य दिए होते हैं। अगर आपको नंबर वहां नहीं मिलता है फिर आप गूगल करे लेकिन उस महिला की तरह बिल्कुल गलती नहीं करें। आप गूगल पर जब किसी का नंबर सर्च करते हैं तो सबसे पहले आप देखे कि क्या उस कंपनी का ऑफिसियल बेवसाइट है या नहीं। अगर आपको सही लगें तो वहां पर दिए गए नंबर पर कॉल कर सकते हैं। खुदा ना खास्ता अगर आपके पैसे कट जाते हैं तो क्या करना है ये भी जानकारी कर लें।
किसी प्रकार की धोखाधड़ी होती है तो आप तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। भारत सरकार ने एक नंबर जारी की है। जिसपर जाकर आप कॉल 155260 कर सकते हैं। इसे आरबीआई, पेमेंट बैंक और अन्य मुख्य बैंकों की हेल्प से इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ऑपरेट करता है। ये स्पेशल साइबर अपराध रोधी शिकायत नंबर है।
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