किशन भरवाड़ हत्या केस में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हो रही पूछताछ के बाद कुछ नए चौंकाने वाले पहलू भी सामने आ रहे हैं। एटीएस द्वारा किए गए खुलासे के अनुसार, किशन भरवाड़ की हत्या में शामिल आरोपियों ने उत्तरप्रदेश बेस्ड वासिम रिज़वी की जानकारी इंटरनेट पर सर्च की थी और उसकी प्रोफाइलिंग भी की थी, जिसके बाद वो जितेन्द्र त्यागी की तरफ कन्वर्ट हो गई थी।
गौरतलब है कि यूपी एटीएस की एक टीम भी इस जांच में शामिल होने के लिए अहमदाबाद पहुंची है। एटीएस के अनुसार, वासिम रिज़वी उर्फ़ जितेंद्र त्यागी हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में यति नरसिंहानंद के साथ मौजूद था।
एसपी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में यूपी एटीएस की एक टीम भी किशन भरवाड़ को गोली मारने वाले आरोपी शब्बीर चोपड़ा, इम्तियाज़ पठान, अय्यूब जरीवाला और दिल्ली के मौलवी कमर गनी उस्मानी के इस इंटेरोगेशन में शामिल हुई है।
गुजरात एटीएस के अनुसार, आरोपियों ने कई ऐसे नामों की तलाश की थी जो कथित रूप से इस्लाम के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट अपलोड करने में शामिल थे। आरोपी ने यति नरसिंहानंद, सुरेश चव्हाणके और वसीम रिज़वी समेत लगभग 11 ऐसे लोगों के बारे में अधिक जानकारी के लिए इंटरनेट पर सर्च किया था जिन्होंने बाद में हिन्दू धर्म अपना लिया जिसमे जितेन्द्र त्यागी का नाम भी शामिल है।
गुजरात एटीएस और यूपी एटीएस साथ मिलकर आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इसमें पूछा जा रहा है कि क्या उनके टारगेट पर कोई और भी था। दूसरी तरफ, कमर गनी उस्मानी के खिलाफ यूपी के बाराबंकी में धोखाधड़ी के दो केस दर्ज हैं जिसके लिए उसकी पूछताछ भी की जा रही है।
किशन भरवाड़, जिसने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किए थे जिसके लिए उसके खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज हुई थी और उसी अपराध के लिए उसे गिरफ्तार भी किया गया था। बाद में शब्बीर चोपड़ा और इम्तियाज़ पठान ने भरवाड़ की धंधुका में कथिततौर पर गोली मार कर हत्या कर दी थी।
दोनों आरोपी चोपड़ा और पठान का ब्रेनवॉश करने वाले जमालपुर के मौलवी अय्यूब जावरावाला को अहमदाबाद जिला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बाद में ये मामला गुजरात एटीएस को सौंप दिया गया जिसने मुख्य आरोपी कमर गनी सुमनी को दिल्ली से गिरफ्तार किया।
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