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Hindi News भारत राष्ट्रीय किन मांगों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटे किसान? इन रास्तों पर जाने से पहले देखें ट्रैफिक एडवाइजरी

किन मांगों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटे किसान? इन रास्तों पर जाने से पहले देखें ट्रैफिक एडवाइजरी

इस महापंचायत के लिए 11 राज्यों से ऑल इंडिया किसान मजदूर सभा के करीब 20 हजार सदस्य रामलीला मैदान पहुंच हैं जहां अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर किसान महापंचायत कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिकल बलों की करीब 25 कंपनियां तैनात की गई हैं।

किसान महापंचायत- India TV Hindi Image Source : PTI किसान महापंचायत

नई दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के बैनर तले 3 साल बाद आज दिल्ली के रामलीला मैदान में हजारों किसान फिर जुटे हैं। किसानों की रामलीला मैदान में महापंचायत सुबह 10 बजे से शुरू हुई थी जो कि दोपहर साढ़े तीन बजे तक चलेगी। इस महापंचायत के लिए 11 राज्यों से ऑल इंडिया किसान मजदूर सभा के करीब 20 हजार सदस्य रामलीला मैदान पहुंचे हैं जहां अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर किसान महापंचायत कर रहे हैं।

15 किसान नेताओं को लेकर कृषि भवन पहुंची दिल्ली पुलिस
वहीं, आपको बता दें कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और 15 किसान नेताओं के बीच आज 2 घंटे तक बैठक हुई। तकरीबन 15 किसान नेताओं को लेकर दिल्ली पुलिस कृषि भवन पहुंची थी। इस दौरान किसानों की बस के आगे और पीछे दिल्ली पुलिस की गाड़ियां एस्कॉर्ट कर रही थी। किसान महापंचायत को देखते हुए दिल्ली पुलिस भी अलर्ट पर है। दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिकल बलों की करीब 25 कंपनियां तैनात की गई हैं तो वहीं ट्रैफिक एडवायजरी भी जारी की गई है।

आज किसान महापंचायत क्‍यों?
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की मांग के साथ-साथ किसानों की समस्याओं को लेकर यह महापंचायत आयोजित की जा रही है। किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल ने कहा, ''केंद्र सरकार ने 9 दिसंबर 2021 को हमें लिखित में दिए गए आश्वासनों को पूरा करना चाहिए और किसानों के सामने लगातार बढ़ते संकट को कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाना चाहिए।'' एसकेएम ने केंद्र की ओर से बनाई MSP पर समिति को भंग करने की भी अपील की है।

क्या है किसान संगठनों की 10 सूत्री मांग?

  1. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश पर MSP
  2. MSP की कानूनी गारंटी के लिए नई समिति
  3. उर्वरकों और फसलों पर लागत में कमी की मांग
  4. कृषि के लिए मुफ्त बिजली दी जाए
  5. लखीमपुर खीरी कांड में एक्शन हो
  6. आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को मुआवजा
  7. सभी फसलों के लिए फसल बीमा और मुआवजा पैकेज  
  8. किसानों और खेत-मजदूरों के लिए किसान पेंशन योजना
  9. आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापस लिए जाएं
  10. सिंघु बॉर्डर पर जान गंवाने वाले किसानों के स्मारक के लिए जमीन

घर से निकलने से पहले देख लें रूट
इस महापंचायत के लिए दिल्ली पुलिस ने भी कमर कास ली है। रामलीला मैदान के आस-पास ट्रैफिक के भी प्रभावित होने की आशंका है जिसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को आगाह किया है। खासकर नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, कश्मीरी गेट बस अड्डा और एलएनजेपी व कस्तूरबा हॉस्पिटल आने-जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसका असर ITO, दिल्ली गेट, राजघाट, दरियागंज, पहाड़गंज, कनॉट प्लेस, मंडी हाउस और इंडिया गेट समेत आस-पास के कई अन्य इलाकों में भी देखने को मिल सकता है, जहां सुबह और शाम को कंजेशन बढ़ सकता है।

रामलीला मैदान के आस-पास से बचकर निकलें
ट्रैफिक पुलिस ने करीब 20 हजार किसानों के जुटने का अनुमान लगाया है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं का दावा है कि एक लाख से ज्यादा किसान इस महापंचायत में शामिल होंगे। दिल्ली के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल से लेकर दक्षिण भारत तक के राज्यों से भी किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं।

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ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि रामलीला मैदान के आस-पास की सड़कों पर कंजेशन मिल सकता है, इसलिए लोग जवाहरलाल नेहरू मार्ग से बचकर निकलें। किसानों के लिए राजघाट, शांति वन, माता सुंदरी रोड, प्रगति पावर हाउस समेत आस-पास की कुछ अन्य जगहों पर पार्किंग का भी इंतजाम किया गया है। जब वहां से लोग पैदल चलकर रामलीला मैदान पहुंचेंगे, उस दौरान भी जगह-जगह ट्रैफिक को रोका जा सकता है, ताकि लोग सुरक्षित तरीके से सड़क पार करके जा सकें।

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