केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक में मांगों पर पुख्ता ऐलान को लेकर अड़े किसान, CM भगवंत मान भी मौजूद
चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के मंत्रियों की तीसरे राउंड की बैठक जारी है। यह दोनों पक्षों के बीच तीसरे चरण की वार्ता है। केंद्रीय मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान अलग-अलग 17 किसान संगठनों के नेताओं को लगातार समझा रहे हैं।
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच जारी गतिरोध के बीच 3 केंद्रीय मंत्रियों की एक समिति चंडीगढ़ में किसान नेताओं से एक फिर वार्ता कर रही है। केंद्र सरकार के तीन मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा, नित्यानंद राय के अलावा पंजाब के सीएम भगवंत मान किसानों को समझाने में जुटे हैं लेकिन इस बीच जो बड़ी खबर सूत्रों के हवाले से आ रही है वो ये है कि किसान अपनी मांगों पर पुख्ता ऐलान चाहते हैं और इस पर अड़े हुए हैं। केंद्रीय मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान अलग-अलग 17 किसान संगठनों के नेताओं को लगातार समझा रहे हैं।
कृषि व किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसान नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। यह दोनों पक्षों के बीच तीसरे चरण की वार्ता है। उम्मीद की जा रही है कि आज की बैठक में किसान संगठनों के साथ सरकार की सहमति बन जाएगी और पिछले 3 दिन से जारी किसान आंदोलन खत्म होगा।
बेनतीजा रही थी पहले दो चरण की वार्ता
आठ और 12 फरवरी को हुई पहले दो चरण की वार्ता बेनतीजा रही थी। पंजाब के किसानों ने अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली की ओर कूच करने का आह्वान किया है और वे पंजाब तथा हरियाणा की शंभू तथा खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। किसान नेताओं ने कहा कि वे बैठक होने तक दिल्ली की ओर बढ़ने का कोई नया प्रयास नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई केंद्र के प्रस्तावों के आधार पर तय की जाएगी।
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं सैकड़ों किसान
भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) और बीकेयू दकौंदा (धानेर) ने गुरुवार को राज्य में ‘रेल रोको’ का आह्वान किया था। शंभू और खनौरी सीमाओं पर हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों द्वारा प्रदर्शकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने और पानी की बौछारों का इस्तेमाल करने के विरोध में उक्त फैसला किया गया। ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के तहत सैकड़ों किसान शंभू और खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के MSP की गारंटी के वास्ते कानून बनाने और कर्ज माफी सहित अपनी मांगों को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘‘दिल्ली चलो’’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
बॉर्डर सील होने के कारण नहीं हो पाई दिल्ली में एंट्री
हरियाणा पुलिस ने किसानों को उनकी ट्रैक्टर-ट्रॉली में दिल्ली जाने से रोकने के लिए अवरोधक लगाकर सीमा सील कर दी है। अंबाला के समीप शंभू सीमा पर सुरक्षाकर्मियों ने बुधवार को रुक-रुक कर आंसू गैस के गोले छोड़े। जब भी किसानों का कोई समूह अवरोधकों की ओर बढ़ने की कोशिश करता,तो आंसू गैस के गोले छोड़ दिए जाते। प्रदर्शनकारियों ने भी सुरक्षा कर्मियों पर पथराव किया। हरियाणा के जींद जिले में दाता सिंहवाला-खनौरी सीमा पर भी इसी तरह का गतिरोध जारी है।
यह भी पढ़ें-
- हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगी पाबंदी बढ़ी, किसान आंदोलन को देखते हुए लिया गया फैसला
- क्या इस महिला ने दिल्ली चलो मार्च के प्रदर्शनकारी किसानों पर उतारा अपना गुस्सा, जानें वायरल वीडियो का पूरा सच