Kerala News: यात्रियों की प्रतीक्षा के लिए बनी बेंच को स्थानीय लोगों द्वारा काटकर अलग-अलग किए जाने और इसके बाद छात्र-छात्राओं द्वारा एक दूसरे की गोद में बैठकर किए गए प्रदर्शन से सुर्खियों में आए बस स्टैंड का प्रशासन ने कायाकल्प कर दिया है। साथ ही काटी गई बेंच भी हटा दी है। दरअसल स्थानीय लोग नहीं चाहते थे कि बस स्टैंड की एकमात्र बेंच पर लड़के-लड़कियां साथ बैठे इसलिए उन्होंने इसे काटकर अलग-अलग कर दिया था। केरल में कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग त्रिवेंद्रम (CET) के छात्र-छात्राओं ने ‘मॉरल पुलिसिंग’ के जवाब में एक दूसरे की गोद में बैठकर फोटो खिंचवाईं और उन्हें सोशल मीडिया पर डाला था।
दौरे के बाद मेयर ने फेसबुक पर शेयर की थी अपनी बात
इसके बाद तिरुवनंतपुरम की मेयर आर्या एस. राजेन्द्रन ने सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, त्रिवेंद्रम के पास श्रीकार्यम में सामान्य बस स्टैंड बनाने का वादा किया था, जिसके बाद निकाय अधिकारियों ने कटी बेंच को करीब 2 महीने बाद हटाया है। एक-दूसरे की गोद में बैठ कर बेंच काटे जाने का विरोध कर रहे छात्र-छात्राओं की तस्वीरें सामने आने के बाद राजेन्द्र जुलाई में मौके पर गई थीं। मेयर ने बाद में एक पोस्ट में कहा था कि जिस तरह से बेंच को तीन हिस्सों में काटा गया था वह ना सिर्फ ‘अनुपयुक्त’ था बल्कि केरल जैसे ‘प्रगतिशील समाज के लिए अनुचित भी था।’’
मेयर ने की थी स्टूडेंट्स की सराहना
उन्होंने कहा कि राज्य में लड़के-लड़कियों के साथ बैठने पर कोई रोक नहीं है और जो अभी भी नैतिक पुलिसिंग में यकीन रखते हें वे प्राचीन काल में जी रहे हैं। सत्तारूढ़ माकपा के युवा मोर्चा डीवाईएफआई ने भी कहा कि बस स्टैंड पर बेंच काटा जाना अस्वीकार्य है। सीईटी के स्टूडेंट्स के रूख की सराहना करते हुए राजेंद्रन ने कहा था कि प्रतिक्रिया देने वाली पीढ़ी भविष्य की आस है और स्थानीय प्रशासन इस मामले में स्टूडेंट्स के साथ है।
उन्होंने कहा था कि बस स्टैंड जर्जर व अनधिकृत था और लोक निर्माण विभाग से उसे अनापत्ति भी नहीं मिली है, इसलिए नगर निगम आधुनिक सुविधाओं से युक्त नई लैंगिक न्यूट्रल सुविधा का निर्माण कराएगा।
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