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Kerala News: CBI करे कॉपरेटिव बैंक घोटाले की जांच, कांग्रेस ने की सीएम पिनराई विजयन से मांग

Kerala News: केरल में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने शनिवार को केरल के सीएम से मांग की कि करुवन्नूर सहकारी बैंक में हुए 300 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच CBI से कराई जानी चाहिए।

Karuvannur Co-op bank(File Photo)- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Karuvannur Co-op bank(File Photo)

Highlights

  • राज्य की एजेंसियों द्वारा की जा रही जांच में कोई प्रगति नहीं हो रही: कांग्रेस
  • "सरकार को इस मामले को CBI को सौंपने के लिए तैयार होना चाहिए"
  • "बैंकों में लोगों की पूरी जमा राशि पर गांरटी दी जाए"

Kerala News: केरल में करुवन्नूर सहकारी बैंक में 300 करोड़ रुपये का कथित घोटाला हुआ था। इसपर केरल में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने शनिवार को सीएम पिनराई विजयन से कथित घोटाले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से कराए जाने की मांग की। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्य की एजेंसियों द्वारा की जा रही जांच में कोई प्रगति नहीं हो रही है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता वी.डी.सतीशन ने विजयन को लिखे पत्र में कहा कि दक्षिणी राज्य सहकारी क्षेत्र के ध्वस्त होने को सहन नहीं कर सकता। 

घोटाले के पीछे हाई लेवल साजिश 

सतीशन ने सीएम से कहा कि जमाकर्ताओं को अनिश्चितता के माहौल में नहीं छोड़ा जाना चाहिए। सतीशन ने कहा, ‘‘करुवन्नूर बैंक में 300 करोड़ रुपये के घोटाले के पीछे केवल कर्मचारी नहीं हैं। इस धोखाधड़ी के पीछे उच्चस्तरीय साजिश है। राज्य की एजेंसियों द्वारा की जा रही जांच में कोई प्रगति नहीं हो रही है। इसलिए सरकार को इस मामले को CBI को सौंपने के लिए तैयार होना चाहिए।’’ उन्होंने रेखांकित किया कि मौजूदा समय में सहकारी बैंकों की जमा गारंटी योजना में कुछ खामी है। 

सतीशन ने मुख्यमंत्री से मांग की कि सहकारी बैंकों में लोगों द्वारा जमा की जाने वाली पूरी राशि पर गांरटी दी जाए। कांग्रेस ने इससे संबंधित कानून में बदलाव के लिए अध्यादेश लाने की भी मांग की। 

त्रिशूर जिले में जुलाई 2021 में हुआ था घोटाले का खुलासा

गौरतलब है कि सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM) नियंत्रित करुवन्नूर सहकारी बैंक पिछले एक साल से ऋण घोटाले की वजह से चर्चा में है। बैंक में निवेश करने वालों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया और जमा राशि वापस करने की मांग की। बैंक में ऋण घोटाले का सबसे पहले खुलासा त्रिशूर जिले में जुलाई 2021 में हुआ था। इसके आधार पर बैंक के छह अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। 

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