Kerala News: भाजपा की केरल इकाई ने बुधवार को आरोप लगाया कि इंडियन नेशनल लीग (INL) के नेता अहमद देवरकोविल का प्रतिबंधित संगठन रिहैब इंडिया फाउंडेशन के साथ ‘करीबी संबंध’ है। साथ ही बीजेपी ने कहा कि उन्हें तत्काल मंत्रिमंडल से हटाया जाना चाहिए। बता दें कि INL के नेता अहमद देवरकोविल राज्य सरकार में मंत्री भी हैं। रिहैब इंडिया फाउंडेशन, पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का साझेदार है। हालांकि, मंत्री ने भाजपा के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के.सुरेंद्रन की ‘बेतुका आरोप’ लगाकर मीडिया में आने की एक और कोशिश है।
मुझ पर लगाए गए आरोप ‘तथ्यविहीन’: अहमद देवरकोविल
INL का गठन इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) से अलग हुए नेताओं ने किया था और यह राज्य में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) की पिनराई विजयन गठबंधन सरकार में साझेदार है। देवरकोविल के पास बंदरगाह, संग्रहालय और पुरातत्व मामलों का विभाग है। मंत्री ने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा और सुरेंद्रन द्वारा उन पर प्रतिबंधित संगठन से संबंध होने के लगाए गए आरोप ‘तथ्यविहीन’ है। उन्होंने कहा कि वह सभी तरह के आतंकवादी समूहों का बिना किसी भेदभाव का विरोध करते हैं और यह एनआईएल, वाम मोर्चा और राज्य मंत्रिमंडल की घोषित नीति है।
'मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए'
हालांकि, सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि INL के तार रिहैब फाउंडेशन से जुड़े हैं और यह चौंकाने वाली बात है कि मंत्री देवरकोविल के प्रतिबंधित संगठन के साथ संबंध हैं। उन्होंने आईएनएल प्रमुख मुहम्मद सुलेमान के फाउंडेशन का भी अध्यक्ष होने का आरोप लगाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कैसे वह पार्टी राज्य मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकती है, जिसके आतंकवाद के लिए वित्तपोषण करने वाले संगठन से सीधे संबंध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए। अगर राज्य सरकार देश की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करती है, तो मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। आईएनएल को वाम मोर्चा से बाहर निकाला जाना चाहिए।’’
'बड़े पैमाने पर होगा विरोध प्रदर्शन'
भाजपा नेता ने कहा कि ऐसे पार्टी के नेता को मंत्रिमंडल में रखना खतरनाक है जिसके सीधे संबंध उस संगठन से है, जो देश को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर देवरकोविल मंत्री बने रहेंगे तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। गौरतलब है कि रिहैब इंडिया फाउंडेशन का पंजीकरण गैर सरकारी संगठन के तौर पर कराया गया था और केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार रात अधिसूचना जारी कर पीएफआई के साथ जिन संगठनों को प्रतिबंधित किया गया है, उनमें यह भी शामिल है।
Latest India News