Kerala Blast: इस शख्स ने ली केरल में हुए धमाके की जिम्मेदारी, सरेंडर भी किया, पुलिस कर रही पूछताछ
केरल के कोच्चि में हुए धमाके से देशभर में हड़कंप मचा हुआ है। केरल के त्रिशूर जिले के कोडगरा थाने में एक शख्स ने सरेंडर करते हुए इस धमाके की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने शख्स को हिरासत में ले लिया है।
कोच्चि: केरल के कोच्चि में हुए धमाके के मामले में एक शख्स ने जिम्मेदारी लेते हुए सरेंडर किया है। शख्स की पहचान डोमेटिक मार्टिन के रूप में हुई है। मार्टिन ने केरल के त्रिशूर जिले के कोडगरा थाने में सरेंडर किया है और ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है।
पुलिस ने शख्स को हिरासत में ले लिया है और उसके दावे की जांच की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, वो यहोवा समुदाय से ही है। पुलिस उससे गंभीरता से पूछताछ कर रही है।
अभी शख्स के दावों की पुष्टि नहीं हुई
इस शख्स ने पुलिस को बताया है कि वह उसी ईसाई संप्रदाय यहोवा के गवाहों से संबंधित है। पुलिस उसके दावे की पुष्टि कर रही है और अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है कि क्या वह वास्तव में विस्फोट से जुड़ा है।
शख्स ने फेसबुक पर किया पोस्ट
इस शख्स ने पहले फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर धमाके की जिम्मेदारी ली, फिर त्रिशुर पुलिस के सामने सरेंडर किया। अपने फेसबुक पोस्ट में डोमेटिक मार्टिन ने कहा कि हेलो मेरा नाम मार्टिन है। आज जो हुआ उसके बारे में आप सभी को पता चल गया होगा। यहोवा साक्षी के कन्वेंशन में बम ब्लास्ट हुआ, वहां हालात गंभीर हुए। वहां क्या हुआ मुझे नहीं मालूम, लेकिन ये हुआ है और उसकी पूरी जिम्मेदारी में लेता हूं। मैंने ही वो बम धमाका किया है। मैंने ऐसा क्यों किया, वो मैं आपको बताना चाहता हूं।
शख्स ने कहा, '16 सालों से मैं इस संगठन से जुड़ा हुआ हूं। मैंने शुरू से इसे हल्के में लिया लेकिन 6 साल पहले मुझे पता चला कि ये लोग गलत हैं। राज्य के विरोध में काम करते हैं। मैंने कई बार उन्हें समझाने की कोशिश भी की लेकिन इनमें से कोई भी मेरी बात सुनने को तैयार नहीं था। ये लोग राज्य के लोगों को वैश्या का समूह बताते थे, उनके साथ उठने-बैठने खाना खाने से मना करते थे। उनके साथ न रहने की बात 4 साल के बच्चों को सिखाते थे।'
शख्स ने पोस्ट में कहा, '4 साल के बच्चे से मां-बाप कहते हैं कि साथ पढ़ने वाले बच्चे से चॉकलेट नहीं खाना। आप जरा सोचिए जब एक क्लास में 50 में से 49 बच्चे चॉकलेट खा रहे हों तो इस एक बच्चे पर क्या असर होगा। मां-बाप 4 साल के बच्चे के मन में जहर भरना शुरू कर देते हैं, जहर भरने का सिलसिला जारी रहता है, कहते हैं वोट नहीं डालना, वो लोग खराब लोग हैं, सेना में भर्ती नहीं होना। सरकारी जॉब नहीं करना। ये सब काम निचले स्तर के लोगों का है। सरकारी स्कूल में टीचर बनने से भी मना कर देते हैं ये लोग। इस दुनिया में जो आया है, उसे जाना ही है लेकिन ये कहते हैं कि 800 करोड़ से ज्यादा इस दुनिया के लोग एक दिन नष्ट हो जाएंगे और सिर्फ यहोवा साक्षी के लोग ही बच जाएंगे। दुनियाभर के लोगों के मिटने का सपना देखने वाले इन लोगों का हम क्या करें।'
शख्स ने कहा, 'इनके बारे में शुरू में मुझे पता नहीं चला, इनको जवाब देना मुझे आता है। ये संगठन राज्य के लिए हानिकारक है। ये बात मुझे समझ आई, तब मैंने ये करने का फैसला किया। राजनैतिक दलों की इसमें गलती नहीं है क्योंकि वो सब धर्म के नाम से डरते हैं लेकिन आप लोगों को जागना होगा। इस तरह की गफलत फैलाने वालों को अगर आपने नहीं रोका तो मेरे जैसे आम इंसान को जिंदगी देनी पड़ेगी। आप लोग कब जागेंगे। ये कैसे धोखा दे रहे हैं।'
शख्स ने कहा, 'क्या मेरे बगल में जो खड़ा है, वो मेरा भाई नहीं है। मां बहन हैं ना? उन्हें वैश्या के समूह का नाम दे सकते हैं क्या? कितनी गंभीर परिस्थिति है ये? इनके द्वारा यही सिखाया जा रहा है, सब नष्ट हो जाएंगे। सारी दुनिया खत्म हो जाएगी, सिर्फ यही लोग बच जाएंगे, ये सब कैसे सहन करें, इनकी बातों को ऐसे ही कैसे छोड़ दें। अगर हमने रिएक्ट नहीं किया तो इनका अनुसरण करने वाले इनकी बातों को ही सच मानने लग जाएंगे।'
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