Kedarnath Yatra Halted Amid Heavy Rain: मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद केदारनाथ धाम सहित संपूर्ण रुद्रप्रयाग जनपद में सुबह से ही बारिश जारी है। जहां केदारनाथ धाम में बारिश के बीच तीर्थयात्री भगवान भोले के दर्शनों का इंतजार कर रहे हैं, वहीं जिला प्रशासन ने रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक यात्रियों को रोक दिया है और गौरीकुंड में यात्रा पर ब्रेक लगा दिया है।
ऐसे में तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं और मौसम साफ होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए भेजा जाएगा। बता दें कि मौसम विभाग ने दो दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है और मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद केदारनाथ धाम सहित संपूर्ण रुद्रप्रयाग जनपद में बारिश हो रही है।
केदारनाथ धाम में बारिश के बाद ठंड भी बढ़ गई है। ठंड और बारिश के बीच केदारनाथ के दर्शनों के लिए यात्री लाइन में लगे हुए हैं। आज सोमवार सुबह 5 बजे बारिश होने के बाद केदारनाथ यात्रा को रोक दिया गया है और तीर्थयात्री को गौरीकुंड, सोनप्रयाग, गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि व रुद्रप्रयाग में रोका गया है। मौसम साफ होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए भेजा जाएगा। लगातार हो रही बारिश के कारण पुलिस प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका हुआ है।
8 से 10 हजार यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं
मौसम खराब होने के कारण हेली सेवाएं भी बंद पड़ी हुई हैं। केदारघाटी में बारिश के साथ धुंध छाई हुई है। विजिबिलिटी ना होने से हेली सेवाओं का संचालन करना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा बारिश से जहां निचले क्षेत्रों में गर्मी से निजात मिली है, वहीं केदारनाथ धाम पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है। गौरीकुंड से रुद्रप्रयाग तक 8 से 10 हजार यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं। पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल ने बताया कि मौसम विभाग के अलर्ट के बाद जिले में सुबह से बारिश हो रही है। बारिश के कारण यात्रा को रोका गया है और मौसम के खुलने के बाद ही तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम जाने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गुप्तकाशी से रुद्रप्रयाग के बीच पांच हजार तीर्थयात्रियों को रोका गया है।
वहीं, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि जिले में सुबह से मौसम खराब है। ऐसे में केदारनाथ यात्रा को रोका गया है। केदारनाथ में 3200 के करीब तीर्थ यात्री मौजूद हैं, जिन्हें मौसम साफ होने के बाद नीचे लाया जाएगा, जबकि गौरीकुंड में भी करीबन 3200 और सोनप्रयाग में 1500 यात्रियों को रोका गया है, जिन्हें मौसम साफ होने के बाद भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग से फाटा तक जगह-जगह तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित जगहों पर ठहराया गया है।
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