उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस के बाद बीजेपी ने भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए बीजेपी ने फिर से अपने पूर्व विधायक पर भरोसा जताया है। पार्टी ने आशा नौटियाल को उम्मीदवार घोषित किया है। केदारनाथ विधानसभा सीट बीजेपी विधायक शैला रानी रावत के निधन की वजह से रिक्त हुई थी।
कांग्रेस ने भी पूर्व विधायक पर खेला दांव
कांग्रेस ने यहां से रविवार को पूर्व विधायक मनोज रावत पर भरोसा जताते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। वर्ष 2017 में केदारनाथ सीट से पहली बार विधायक बने रावत को 2022 के विधानसभा चुनावों में तीसरे स्थान पर रहना पड़ा था। रावत ने पत्रकारिता के क्षेत्र से राजनीति में कदम रखा है।
नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 4 नवंबर
केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर है, जबकि 30 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी एवं नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 4 नवंबर है। केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी।
ये सीट बीजेपी-कांग्रेस के लिए अहम क्यों?
अधिकारियों ने बताया कि केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के लिए 173 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में 90,540 मतदाता हैं जिसमें 45,775 महिला मतदाता शामिल हैं। यह उपचुनाव कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही राजनीतिक दलों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसे वे हाथ से नहीं जाने देना चाहते। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 5-0 से पटखनी देने के बाद प्रदेश में हुए दो विधानसभा उपचुनाव- बदरीनाथ और मंगलौर में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था, जिसे देखते हुए पार्टी इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती।
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