Kashmir Target Killing: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की एक बहुत बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। दरअसल, भारतीय सुरक्षा एजेंसी ने पाकिस्तान की नापाक साजिश का पर्दाफाश किया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में एक के बाद एक हो रही टारगेट किलिंग के मामले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की साजिश सामने आई है।
घाटी में 200 लोगों को मारने की प्लानिंग
कश्मीर को लेकर पाकिस्तान की साजिश का सबूत भी भारत के हाथ लगा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान ने 1988 की तरह ही इस बार भी कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए प्लान बनाया गया है। यह साजिश सितंबर 2021 में बनाई गई थी, जिसे ऑपरेशन रेड वेव का नाम दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो PoK के मुजफ्फराबाद में ISI अधिकारियों और आतंकी संगठनों के सरगनाओं के बीच सितंबर में एक मीटिंग हुई, जिसमें घाटी में 200 लोगों को मारने की प्लानिंग की गई। ऑपरेशन रेड वेव को 1988 में ऑपरेशन टुपैक की तर्ज पर चलाने का प्लान बनाया गया है।
1988 में शुरू हुआ था ऑपरेशन टुपैक?
जम्मू-कश्मीर में साल 1988 में ISI के साथ मिलकर इंडियन मुजाहिद्दीन समेत 6 आतंकी संगठनों ने कश्मीर में ऑपरेशन टुपैक शुरू किया था। साल 1988 में शुरू हुआ ये ऑपरेशन 1990 तक चला था। इस ऑपरेशन तहत 300 से ज्यादा कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई थी। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जिया-उल हक के इशारे पर अंजाम दिया गया था।
एक बाद एक हो रही टारगेट किलिंग
बता दें कि कश्मीर में साल 2022 में अब तक आतंकी हमलों में 20 नागरिकों की हत्या हो चुकी है। हैरानी की बात ये है कि इनमें से 9 हत्याएं पिछले 22 दिन में ही हुईं, जिसमें 5 हिंदू और 3 सुरक्षाबलों के जवान थे। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी ने बैंक में घुसकर एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी। गुरुवार को लोकल टेररिस्ट ग्रुप कश्मीर फ्रीडम फाइटर (KFF) ने लेटर जारी कर धमकी दी थी कि सबका अंजाम ऐसा ही होगा।
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