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Hindi News भारत राष्ट्रीय कोरोना के बावजूद सिर्फ 33 महीने में पूरा हुआ काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर, जानें क्यों है ये इतना खास

कोरोना के बावजूद सिर्फ 33 महीने में पूरा हुआ काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर, जानें क्यों है ये इतना खास

विश्वनाथ धाम लोकार्पण उत्सव का देश में 51 हजार स्थानों पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। अयोध्या व मथुरा सहित प्रदेश भर के 27 हजार से ज्यादा मंदिरों को भी इस कड़ी से जोड़ा गया है।

<p>काशी विश्‍वनाथ...- India TV Hindi Image Source : SOCIAL MEDIA काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर 

Highlights

  • पीएम मोदी 13 और 14 दिसंबर को काशी में होंगे
  • यहां वे 30 घंटे के प्रवास पर होंगे
  • 13 दिसंबर की सुबह 11 बजे पीएम मोदी काशी पहुंचेंगे

नई दिल्लीः सोमवार को बनारस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करेंगे। पीएम मोदी 13 और 14 दिसंबर को काशी में होंगे। यहां वे 30 घंटे के प्रवास पर होंगे। 13 दिसंबर की सुबह 11 बजे पीएम मोदी काशी पहुंचेंगे। यूपी के मुख्यमंत्री योगी और राज्यपाल आनन्दी बेन सहित अन्य जनप्रतिनिधि एयरपोर्ट पर पीएम की अगवानी करेंगे। विश्‍वनाथ धाम लोकार्पण उत्‍सव का देश में 51 हजार स्‍थानों पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। अयोध्‍या व मथुरा सहित प्रदेश भर के 27 हजार से ज्‍यादा मंदिरों को भी इस कड़ी से जोड़ा गया है। आइये आपको बताते हैं कि आखिर क्यों खास है काशी कॉरिडोर।

काशी कॉरिडोर में क्या है खास?

मोदी का ये ड्रीम प्रोजेक्ट कोरोना के बावजूद सिर्फ और सिर्फ इसलिए 33 महीने में पूरा हो पाया क्योंकि इस मिशन में लगे लोगों का विजन साफ था कि बाबा विश्वनाथ के मंदिर को संकरी गलियों से आजाद करना है। मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में 8 तरह के पत्थर लगाए गए हैं। मंदिर परिसर में चुनार का सैंड स्टोन लगा है, जिसमें नक्काशी गुजरात से होकर आई है । मंदिर परिसर में फर्श पर मकराना का मार्बल लगा है। मंदिर चौक पर ग्रेनाइट जेट ब्राउन का और गंगा घाट पर मंडाना स्टोन लगाया गया है। मंदिर चौक पर ग्रेनाइट जेट ब्राउन का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा कोटा स्टोन और तमिलनाडु के पत्थरों का भी इस्तेमाल किया गया है।

काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में चांदी के चार दरवाजे लगे हैं जो चारों दिशाओं में खुलते हैं। इसी तरह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के चारों ओर चार विशाल गेट लगाए गए हैं। ये गेट उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम दिशा में खुलते हैं। गंगा के ललिता घाट से आने वाले श्रद्धालु पूर्वी गेट से बाबा विश्वनाथ मंदिर में आएंगे । टीक वुड के चारों गेट गुजरात से बन कर आए हैं। इनके अलावा तीन गेट और बनाए गए हैं जो 9 मीटर ऊंचे और 8 मीटर चौड़े हैं । मोदी जब कॉरिडोर में प्रवेश करेंगे तो काशी डमरू दल के 151 सदस्य पीएम का स्वागत करेंगे और मंत्रोचार होगा। 

पीएम मोदी का संभावित कार्यक्रम-

•सुबह 9.20 बजे- दिल्ली एयरपोर्ट से प्रस्थान करेंगे।
•सुबह 10.10 बजे से 10.40 के बीच प्रधानमंत्री का वाराणसी एयरपोर्ट पर आगमन और स्वागत होगा।
•सुबह 10.45 से 11.15 तक का समय आरक्षित है।
•सुबह 11.40 बजे सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्विद्यालय हेलीपैड पर आगमन होगा।
•12.00 बजे से 12.10 बजे तक काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।
•1.00 बजे से 1.20 तक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।
•1.25 से 2.25 तक श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण कार्यक्रम करेंगे।
•2.30 से 3.50 तक कार से विभिन्न भवनों का निरीक्षण/पूर्वाभ्यास करेंगे। 
•3.50 बजे रविदास पार्क से बीएमडब्ल्यू गेस्ट हाउस के लिए प्रस्थान करेंगे।
•4 बजे से 5.30 तक बीएमडब्ल्यू गेस्ट हाउस में समय आरक्षित है।
•6.00 से 8.45 तक आरक्षित समय में गंगा आरती में हिस्सा लेंगे और रविदास पार्क में बैठक करेंगे।
•9.10 बजे बीएमडब्ल्यू गेस्ट हाउस में आगमन होगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि मोदी अपराह्न लगभग एक बजे मंदिर जाएंगे और लगभग 339 करोड़ रुपये की लागत से बने श्री काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। बयान में कहा गया है कि भगवान शिव के तीर्थयात्रियों और भक्तों की सुविधा के लिए लंबे समय से मोदी का एक दृष्टिकोण था। इसमें कहा गया है, ‘‘इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए, श्री काशी विश्वनाथ धाम को गंगा नदी के किनारे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को जोड़ने के लिए आसानी से सुलभ मार्ग बनाने के वास्ते एक परियोजना के रूप में अवधारणा की गई थी।’’ 

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