Karnataka News: कर्नाटक में मिले मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज को निकली ये बीमारी, इथोपिया से आया था बेंगलुरु
Karnataka News: इथोपिया से आए इस मरीज को इस माह की शुरुआत में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण पाए गए थे। इसके बाद उसकी चिकित्सकीय जांच की गई। इस जांच रिपोर्ट मे सामने आया कि उसे मंकीपॉक्स नहीं बल्कि चिकनपॉक्स हुआ है।
Karnataka News: कर्नाटक में मंकीपॉक्स का मिला संदिग्ध विदेशी मरीज चिकनपॉक्स से पीड़ित पाया गया है। कर्नाटक सरकार ने स्पष्ट किया है कि उस विदेशी व्यक्ति को मंकीपॉक्स नहीं है। हालांकि इसी बीच मंकीपॉक्स से प्रभावित देशों से बेंगलुरु इंटरनेशनल एअरपोर्ट पर आने वाले संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त पी. रणदीप ने एक बयान में कहा कि इथोपिया का नागरिक किडनी की गंभीर बीमारी (CKD) से पीड़ित है। वह 4 जुलाई को वह इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा से बेंगलुरु पहुंचा था। किडनी प्रत्यारोपण के लिए उसे स्थानीय एस्टर सीएमआई हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था।
मंकीपॉक्स जैसे लक्षण नजर आने पर किया था परीक्षण
इथोपिया से आए इस मरीज को इस माह की शुरुआत में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण पाए गए थे। इसके बाद उसकी चिकित्सकीय जांच की गई। इस जांच रिपोर्ट मे सामने आया कि उसे मंकीपॉक्स नहीं बल्कि चिकनपॉक्स हुआ है। कर्नाटक के चिकित्सा मंत्री ने बयान में यह स्पष्ट कर दिया है कि उस व्यक्ति को मंकीपॉक्स नहीं है। इसी बीच मंकीपॉक्स के लक्षणों वाले हर शख्स पर नजर रखते हुए ऐसे व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए केरल सीमा पर सख्त चिकित्सा जांच के इंतजाम किए गए हैं। क्योंकि केरल में तीन लोगों में मंकीपॉक्स वायरस मिला है। स्वास्थ्य आयुक्त रणदीप ने कहा कि इथोपिया से इलाज के लिए बेंगलुरु आया नागरिक किडनी रोग का शिकार है। 25 जुलाई को उसके बाएं हाथ पर दाने उभरे थे और खुजली हो रही थी। फिर उसके पूरे शरीर पर ये फैलने लगे। इस पर उसके रक्त का नमूना बंगलुरु मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान की लैब में भेजा था। इसमें मंकीपॉक्स की बजाए चिकनपॉक्स पाया गया।
इससे पहले राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा था कि मंकीपॉक्स संक्रमण के लक्षण वाले एक व्यक्ति को यहां एक निजी अस्पताल में क्वारेंटाइन में रखा गया है। संदिग्ध मरीज इथियोपिया का नागरिक है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया था कि व्यक्ति के नमूने को पुष्टि के लिए राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे भेजा गया है। अफ्रीकी नागरिक को अस्पताल में क्वारेंटाइन में रखा गया था, जहां उसे गुर्दे की समस्या सहित अन्य रोगों के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
मंकीपॉक्स से मौतें न के बराबर
इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के.सुधाकर ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह कोई जानलेवा बीमारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, हमें कुछ एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है। अगर ऐसा (मंकीपॉक्स संक्रमण) होता भी है तो उसका इलाज उपलब्ध है। इससे मृत्यु नहीं होती है। मौत की आशंका बेहद कम होती है।