Karnataka News: कर्नाटक के शिवमोगा शहर में आमिर अहमद सर्कल पर हिंदुत्व के प्रतीक विनायक दामोदर सावरकर और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का पोस्टर (एक तरह का बैनर) लगाने को लेकर दो समूहों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि इलाके में तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए। जिसके बाद अधिकारियों को धारा 144 लागू करने पर मजबूर होना पड़ा। पुलिस ने सोमवार बताया कि इस बीच, प्रेम सिंह नामक एक युवक को अज्ञात अपराधियों ने उस वक्त कथित तौर पर छुरा मारकर घायल कर दिया, जब वह अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहा था।
कैसे शुरू हुआ पोस्टर विवाद
सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए पड़ताल कर रही है कि क्या इस घटना का फ्लेक्स विवाद से कोई लेना-देना तो नहीं है। घायल युवक का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर एक समूह ने सावरकर का फ्लेक्स आमिर अहमद सर्कल पर लगे बिजली के खंभे के ऊपर बांधने की कोशिश की थी, जिस पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई थी। दूसरा समूह वहां टीपू सुल्तान का फ्लेक्स लगाना चाहता था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा फ्लेक्स को बदलने या फाड़ने का प्रयास किया गया था, जिससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में वहां जमा हो गए थे। स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा।
अतिरिक्त फोर्स तैनात, लगी धारा 144
अधिकारियों ने फिलहाल उस जगह राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया है, जहां दोनों समूह फ्लेक्स लगाना चाहते थे। भारतीय जनता पार्टी और अन्य हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि उन्हें सावरकर का फ्लेक्स लगाने की अनुमति दी जाए और उनके आदर्श का अपमान करने के लिए दूसरे समूह के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अधिकारियों ने क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है और पूरे शहर में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पुलिस ने शांति बहाली के लिए सभी उपाय किये हैं। उन्होंने बेंगलुरु में पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘यह घटना नहीं होनी चाहिए। मैंने अपराधियों और शांति भंग करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।’’
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