बेंगलुरु: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि कोविड-19 की चौथी लहर जून के बाद चरम पर पहुंच सकती है और इसका असर अक्टूबर तक रहेगा। उन्होंने टीकाकरण और मास्क पहनने जैसी एहतियात बरतते हुए वायरस के साथ जीने की आदत डालने पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि वायरस के प्रचलित रूपों को ओमिक्रॉन की उप-वंशावली कहा जाता है और इस संबंध में एक आधिकारिक रिपोर्ट कुछ दिनों में आने की संभावना है।
बता दें कि देश में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। देश में लगातार 7वें दिन कोरोना के 2 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 2,483 नए मामले मिले।
सुधाकर ने कहा, ''आईआईटी कानपुर डेटा और रिपोर्ट साझा कर रहा है। उनके द्वारा साझा की गई एक रिपोर्ट के अनुसार यह (चौथी लहर) जून के अंत से शुरू होने की संभावना है, लेकिन चीजें एक महीने पहले शुरू हो गई हैं। उनके अनुसार जून के बाद इसके चरम पर होने की आशंका है, जिसका असर सितंबर और अक्टूबर तक रह सकता है।'' मंत्री ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पिछली तीन लहरों के बारे में उनके द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट काफी हद तक सटीक थी, और वर्तमान रिपोर्ट भी वैज्ञानिक आंकड़ों पर आधारित है, और सटीक हो सकती है।
वहीं, आपको बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार दोपहर 12 बजे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग करेंगे। देश में पिछले एक हफ्ते से लगातार दो हजार से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा चिंता राजधानी दिल्ली को लेकर है, जहां रोज 1 हजार से ज्यादा केस मिल रहे हैं।
(इनपुट- भाषा)
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