कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के अगले दिन राज्य के DGP प्रवीण सूद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का नया डायरेक्टर बनाया गया है। आज उन्होंने अपना पदभार संभाला। 1986 बैच के IPS अधिकारी प्रवीण सूद दो साल तक इस पद पर रहेंगे। वे मई 2024 में रिटायर हो रहे हैं, लेकिन इस नियुक्ति के साथ ही उनका कार्यकाल मई 2025 तक बढ़ गया है। सूद से पहले CBI के डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल रहे, जिनका कार्यकाल आज समाप्त हुआ।
अधीर रंजन ने जताई थी असहमति
प्रवीण सूद कर्नाटक कैडर के 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी की उच्चस्तरीय समिति की बैठक में उनके नाम को मंजूरी दी गई थी। कांग्रेस नेता चौधरी ने सीबीआई के अगले निदेशक के रूप में सूद के चयन पर कथित तौर पर असहमति जताई थी। हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं था।
कांगड़ा के रहने वाले हैं प्रवीण सूद
प्रवीण सूद हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले हैं। सूद की स्कूलिंग दिल्ली के सरकारी स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने IIT दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। 1986 में वे 22 साल की उम्र में IPS बने। उन्हें कर्नाटक कैडर मिला। सर्विस के दौरान ही उन्होंने IIM बेंगलुरु से पब्लिक पुलिस मैनेजमेंट में MBA पूरा किया।
2020 में कर्नाटक के DGP बनाए गए थे
पुलिस सर्विस के शुरुआती दौर में वे बेल्लारी और रायचुर में SP रहे। इसके अलावा बेंगलुरु और मैसूरु में वे DCP भी रहे। सूद को 1996 में CM की ओर से गोल्ड मेडल मिल चुका है। इसके अलावा 2002 में पुलिस पदक और 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति की तरफ से पुलिस पदक दिया गया था। जून 2020 में प्रवीण सूद कर्नाटक के DGP बनाए गए थे।
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