नयी दिल्ली: कर्नाटक के उपिन्न अंगड़ी टाउन में बीते दिनों रात में PFI समर्थकों और पुलिस के बीच भिड़न्त हो गई। पुलिस के मुताबिक भीड़ में से किसी ने एक पुलिस सब इंस्पेक्टर को चाकू मार दिया। जिसके बाद पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिये लाठीचार्ज करना पड़ा। दरअसल, 6 दिसम्बर को अंगड़ी टाउन में एक शख्स की हत्या की कोशिश की गई थी। पुलिस के मुताबिक अलग-अलग बाइक पर सवार 5 लोगों ने धारदार हथियार से एक युवक पर हमला कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने IPC की धारा 307 के तहत मामले को दर्ज कर जाँच शुरू की।
पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में हुए खुलासे के बाद पुलिस ने 3 और संदिग्धों को सोमवार की सुबह हिरासत में ले लिया और पुलिस स्टेशन में उनसे पूछताछ शुरू की।
ये 3 लोग PFI की जिला इकाई के मेम्बर्स हैं, जिनमें जिला अध्यक्ष हमीद और 2 सदस्य शामिल हैं। जैसे ही PFI के समर्थकों को हमीद और 2 अन्य सदस्यों को हिरासत में लिए जाने की खबर मिली संगठन के सदस्यों ने पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए, शाम होते होते पुलिस स्टेशन के बाहर बहुत भीड़ जमा हो गई।
पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को दिन भर समझाती रही लेकिन वे तब तक जाने को तैयार नहीं थे जब तक PFI के सदस्यों को रिहा नहीं किया जाता। कानून -व्यवस्था बिगड़ने की संभावनाओं को देखते हुए पुलिस ने टाउन में धारा 144 लगा दी। भीड़ को हटने की अपील के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं हटे। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करा पड़ा। द
दरअसल, प्रदर्शनकारी PFI समर्थक अपनी माँग पर अड़े रहे। शाम की नमाज़ की अजान हुई तो पुलिस स्टेशन के बाहर ही नमाज़ पढ़ने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जोरदार बहस हो गई, पुलिस ने कई बार चेतावनी दी कि अगर भीड़ वहाँ से नहीं हटी तो उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ेगा।
जिला SP के मुताबिक भीड़ वहाँ से हटने की बजाय पुलिस के साथ मारपीट पर उतारू हो गई। अंधेरे में एक शख्स ने लोगों को समझा रहे पुलिसकर्मी पर चाकू से हमला कर दिया जिसके बाद पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। PFI की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष यासिर हसन ने ट्वीट करके पुलिस PFI के सदस्यों की गिरफ्तारी और लाठीचार्ज को गलत ठहराया इस घटना के विरोध में आज PFI ने कर्नाटक बन्द का आह्वान किया है।
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