Subedar Major Tsewang Murop Accident: कारगिल युद्ध के हीरो और वीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप एक सड़क दुर्घटना में वीरगति को प्राप्त हुए हैं। यह हादसा लेह के पास हुआ। रविवार के दिन सेना के अधिकारियों द्वारा इस बाबत जानकारी साझा की गई। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली द्वारा सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप के निधन पर शोक व्यक्त किया है। बता दें कि राशिम बाली ने सूबेदार मेजर के घर जाकर परिजनों का सांत्वना देने का भी काम किया। बता दें कि मेजर त्सेवांग मुरोप के पिता भी सेना में नायाब सूबेदार के पद पर थे। इन्हें रिटायरमेंट के बाद अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।
कारगिल युद्ध के हीरो
फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा गया कि फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स को वीर चक्र से सम्मानित बहादुर सूबेदार मेजर त्सेवांग मोरूप का निधन दुखद है और इसका गहरा अफसोस है। सेना के पूर्व जवानों और सेवारत जवानों ने सोशल मीडिया पर सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप को श्रद्धांजलि दी है। बता दें कि सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोपा कारगिल युद्ध के हीरो रह चुके हैं। 8 मई 1999 और 26 जुलाई 1999 के बीच उन्होंने पाकिस्तानी घुसपैठियों से लड़ाई लड़ी थी। ये वही लोग थो जो साल 1998 में सर्दियों के मौसम के दौरान एलओसी को पार करके भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कई भारतीय चौकियों पर कब्जा कर लिया था।
ऑपरेशन विजय
कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन विजय चलाया गया और पाकिस्तानियों को भारतीय सेना ने खदड़े दिया था और इस दौरान भारतीय सेना ने टाइगर हिल व अन्य चौकियों को पाकिस्तानियों को कब्जे से वापस छुड़ाया था। बता दें कि कारगिल युद्ध की शुरुआत मई महीने में हुई थी। इस दौरान 26 जुलाई 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा इस युद्ध में भारत के जीत की घोषणा की गई थी। बता दें कि इसी दिन से हर साल 26 जुलाई को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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