देहरादून: जोशीमठ में जमीन धंसने की घटनाओं और घरों में दरार ने सरकार के माथे पर बल ला दिया है। इस बीच जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावितों के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। जिन लोगों के घर खतरे की जद में हैं या रहने योग्य नहीं हैं, उन्हें अगले 6 महीने तक किराए के मकान में रहने के लिए 4000 रुपये प्रति परिवार सहायता दी जाएगी। लोगों को यह मदद मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलेगी।
जोशीमठ में बनेगा अस्थायी पुनर्वास केंद्र, सीएम ने दिए निर्देश
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिया है कि तत्काल सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाया जाए। उन्होंने जोशीमठ में सेक्टर और जोनल वार योजना बनाने का निर्देश देने के साथ ही तत्काल डेंजर जोन को खाली कराने को भी कहा है। उन्होंने जल्द से जल्द आपदा कंट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश दिया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली ज़िले के जोशीमठ में भूस्खलन और मकानों में दरार के संबंध में राज्य सचिवालय में शीर्ष अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा- निकट भविष्य में पुनर्वास की क्या नीति होगी उन पहलुओं पर बात हुई। लोगों की हर संभव मदद की जाएगी। जान माल की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। हम अध्ययन भी कर रहें हैं कि पानी का रिसाव कहां से हो रहा है। विभिन्न संस्थानों की मदद ली जा रही है।
इस बीच राज्य सरकार ने अब एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ की एक टीम को तैनात कर दिया है। मुख्य विकास अधिकारी, चमोली, एलएन मिश्रा ने बताया-सतर्क रहना महत्वपूर्ण है क्योंकि क्षेत्र में भू-धंसाव देखा जा रहा है। चमोली प्रशासन ने शहर में और उसके आसपास सभी निर्माण गतिविधियों पर बृहस्पतिवार को प्रतिबंध लगा दिया। इसके अलावा करीब 50 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
Latest India News