चंपई सरकार की बड़ी जीत, हासिल किया विश्वास मत
झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बहुमत साबित कर दिया है। फ्लोर टेस्ट के दौरान पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी एक घंटे के लिए विधानसभा में मौजूद रहे।
झारखंड में चंपई सोरेन सरकार ने आज विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया। विधानसभा में चंपई सोरेन के पक्ष में 47 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 29 वोट डाले गए। JMM-कांग्रेस ने व्हिप जारी कर फ्लोर टेस्ट में सभी विधायकों को रहने का आदेश दिया था। फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार रात को सत्ता पक्ष के 37 विधायक हैदराबाद से रांची लौटे। दो चार्टर्ड प्लेन से विधायकों को रांची लाया गया।
हेमंत है तो हिम्मत है: चंपई सोरेन
फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा में बोलते हुए नए सीएम चंपई सोरेन ने कहा, "विपक्ष ने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की। कोरोना महामारी में हेमंत सरकार ने अच्छा काम किया। हेमंत के कुशल नेतृत्व में झारखंड आगे बढ़ा। हेमंत है तो हिम्मत है।" उन्होंने कहा, "जिस परिवार में कभी शिक्षा का दिया नहीं जला, हम उस परिवार में दिया जलाएंगे। क्या ये गलत है? केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। हेमंत सोरेन पर झूठे आरोप लगाए गए। हमारी योजनाओं को कोई मिटा नहीं सकता। हम गर्व से कहेंगे कि हम पार्ट-2 हैं।"
आदिवासी हूं, इसलिए निशाना बनाया गया: हेमंत सोरेन
विधानसभा में बोलते हुए हेमंत सोरेने ने कहा, "झारखंड में जो कुछ हुआ उसमें राजभवन भी शामिल है। मैं आदिवासी हूं, मुझे नियम-कानून की सही समझ नहीं है। 31 जनवरी को जो कुछ हुआ उसकी कहानी 2022 से लिखी जा रही थी।" उन्होंने कहा, मैं आदिवासी हूं, इसलिए निशाना बनाया जा रहा है।
विधानसभा में हेमंत सोरेन मौजूद
कोर्ट की इजाजत से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट के दौरान मौजूद हैं। फ्लोर टेस्ट के लिए हेमंत सोरेन विधानसभा पहुंच गए हैं। मीाडिया के सवालों पर सोरेन भड़क गए, गुस्से से माइक पर हाथ मारा। सोरेन एक घंटे के लिए विधानसभा में हैं। पूर्व सीएम को ED 12 बजे के बाद अपने साथ ले जाएगी। वहीं, फ्लोर टेस्ट पर JMM सांसद महुआ माजी ने कहा, "हमें 200 प्रतिशत विश्वास है, जो आंकड़े हैं उससे ज्यादा का बहुमत मिलेगा। बीजेपी कुछ भी कहती है।"
विधायकों की रात सर्किट हाउस में गुजरी
सत्ता पक्ष के विधायक 2 फरवरी को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेने के शपथ ग्रहण के बाद हैदराबाद के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उड़ान रद्द हो जाने से उन्हें वापस एयरपोर्ट से लौटना पड़ा। 3 फरवरी को वो हैदराबाद के लिए रवाना हुए। पिछले दो दिनों से सभी विधायक हैदराबाद के लियोन रिसॉर्ट में ठहरे थे। रांची पहुंचने के बाद सभी विधायकों को सर्किट हाउस लाया गया। विधायकों की रात सर्किट हाउस में ही गुजरी। विधायकों को आज कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा लाया जाएगा। प्रशासन की ओर से सर्किट हाउस से विधानसभा तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
43 विधायकों के समर्थन का दावा
चंपई सोरेन ने विधायकों को हैदराबाद भेजे जाने से पहले दावा किया था कि उनके पास पूर्ण बहुमत है। सर्किट हाउस से 43 विधायकों के समर्थन वाला वीडियो जारी किया था। हालांकि, हेमंत सोरेन को छोड़ दें तो फिर भी चार विधायक इससे बाहर थे। वहीं, लोबिन हेम्ब्रोम की नाराजगी भी सामने आई थी। हालांकि, शिबू सोरेन से मुलाकात के बाद उनके तेवर में बदलाव देखा गया और उन्होंने यहां तक कहा कि विधायकों को हैदराबाद जाने की जरूरत नहीं थी, जो बिकने वाले हैं वे कहीं भी बिक सकते हैं और मुझे कोई नहीं खरीद सकता। हेम्ब्रोम ने साफ किया कि वह चंपई सोरेन को समर्थन देंगे, लेकिन शिबू सोरेन की बहू और विधायक सीता सोरेन का रुख साफ नहीं हुआ है।