Jharkhand Assembly: झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन सरकार पर तमाम तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे BJP के 4 विधायकों को विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने 3 दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया। मंगलवार को झारखंड विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही भाजपा के विधायकों ने हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया और आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे।
हेमंत सोरेन के खिलाफ नारे लगा रहे थे विधायक
भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री बी पी शाही के नेतृत्व में ‘भ्रष्ट मुख्यमत्री हेमंत सोरेन इस्तीफा दो’ के नारे लगा रहे थे। भाजपा विधायक इस बात पर अड़े रहे कि भ्रष्टाचार के मामले पर सदन में विशेष चर्चा कराई जाए। भाजपा विधायकों का आरोप था कि मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से करोड़ों की नकदी बरामद हुई है, जबकि मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू को पूछताछ के लिए सोमवार को बुलाया गया था और वह ED में पेश होने से बच रहे हैं।
विधानसभाध्यक्ष ने की समझाने की कोशिश
भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि इस स्थिति में मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। भाजपा विधायकों ने तत्काल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार के इस्तीफे की मांग की। विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने विधायकों को बहुत समझाने की कोशिश की और उन्हें अपने स्थान पर जाने तथा प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया। लेकिन जब भाजपा विधायक नहीं माने तो विधानसभाध्यक्ष ने 4 भाजपा विधायकों बी पी शाही, ढुल्लू महतो, रणधीर सिंह और जयप्रकाश भाई पटेल को 3 दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया।
विधानसभाध्यक्ष के इस फैसले पर भाजपा विधायक और उग्र हो गए और उन्होंने जमकर हंगामा किया और ‘भ्रष्ट सरकार इस्तीफा दो’ के नारे लगाते रहे। हंगामा बढ़ता देख विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही दोपहर साढ़े 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
4 अगस्त तक निलंबित रहेंगे विधायक
बता दें झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 5 अगस्त तक निर्धारित है और आज के विधानसभाध्यक्ष के फैसले के चलते भाजपा के चारों विधायक 4 अगस्त तक निलंबित रहेंगे। इससे पूर्व भाजपा विधायकों के हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि वे लोग भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं जिनके सरकार में मंत्री रहे सरयू राय ने उसी सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर किताब लिख दी है।
"भ्रष्टाचार के पापों को छिपा नहीं सकती है सरकार"
विधायकों को निलंबित करने से पहले विधानसभाध्यक्ष ने भाजपा विधायकों को समझाने की पूरी कोशिश की लेकिन जब अध्यक्ष के आसन के समक्ष आकर भाजपा विधायक समानांतर सदन चलाने लगे तो अध्यक्ष ने उन्हें निलंबित कर दिया और सदन से बाहर जाने के निर्देश दिए। भाजपा विधायकों के निलंबन पर पूर्व विधानसभाध्यक्ष एवं रांची से भाजपा विधायक चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र की हत्या है और विधायकों की आवाज दबाकर हेमंत सोरेन सरकार अपने भ्रष्टाचार के पापों को छिपा नहीं सकती है।’’
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