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Hindi News भारत राष्ट्रीय JEE 2021 परीक्षा घोटाले में गिरफ्तार हुआ रशियन नागरिक, CBI ने IGI एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार

JEE 2021 परीक्षा घोटाले में गिरफ्तार हुआ रशियन नागरिक, CBI ने IGI एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार

CBI ने पिछले साल हुई IIT JEE (मुख्य) परीक्षा में कथित हेरफेर के मामले में अपनी जांच के सिलसिले में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक रूसी नागरिक को पकड़ा है।

CBI- India TV Hindi Image Source : PTI CBI

Highlights

  • JEE 2021 परीक्षा घोटाले में गिरफ्तार हुआ रशियन नागरिक
  • CBI ने IGI एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार
  • इससे पहले भी हुई थी गिरफ्तारी

CBI ने पिछले साल हुई IIT JEE (मुख्य) परीक्षा में कथित हेरफेर के मामले में अपनी जांच के सिलसिले में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक रूसी नागरिक को पकड़ा है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में कथित छेड़छाड़ के लिए विदेशी नागरिक के खिलाफ ‘लुक आउट सर्कुलर’ जारी किया था, जिस पर मुख्य हैकर होने का संदेह है। CBI ने विस्तृत पूछताछ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

 

इससे पहले भी हुई थी गिरफ्तारी

अधिकारियों ने बताया कि जब रूसी नागरिक विदेश से हवाईअड्डे पर पहुंचा तो केंद्रीय एजेंसियों ने CBI को सतर्क किया। उन्होंने कहा कि CBI ने उसे तत्काल रोका और जेईई परीक्षा में छेड़छाड़ के सिलसिले में उससे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों ने कहा कि संदिग्ध को हिरासत में लिया जा सकता है। एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में ‘एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड’ और उसके तीन निदेशकों- सिद्धार्थ कृष्ण, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

कुछ अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया। आरोप है कि तीनों निदेशक अन्य सहयोगियों और दलालों के साथ साजिश रचते हुए जेईई (मुख्य) की ऑनलाइन परीक्षा में हेरफेर कर रहे थे और अभ्यर्थियों से भारी रकम लेकर देश के शीर्ष राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में उन्हें प्रवेश दिला रहे थे। आरोपों के अनुसार, हरियाणा के सोनीपत में एक चयनित परीक्षा केंद्र से आवेदकों के प्रश्नपत्रों को प्रौद्योगिकी की मदद से हल कराया जा रहा था। 

Mikhail Shargin से हो रही है पूछताछ

सीबीआई आरोपी  Mikhail shargin जो रूस का नागरिक बताया जा रहा है, से पूछताछ कर रही है। सीबीआई को शक है कि इसी के सहारे आरोपियों ने पिछले साल जेईई मुख्य ऑनलाइन परीक्षा में हेरफेर करने की कोशिश की थी। हेरफेर करने वाले लोग पहले छात्रों के 10वीं और 12वीं के मार्कशीट और उनके रोलनंबर अपने पास रख लेते थे, बाद में जब वह इन्हें परीक्षा में पास करा देते तो इसके एवज में छात्रों के माता पिता से लाखों रुपए लेते थे। इस मामले में दिल्ली एनसीआर समेत पुणे, जमशेदपुर, इन्दौर और बैंगलोर सहित 19 स्थानों पर सितंबर 2021 में तलाशी भी ली गई थी। इस छापेमारी में 25 लैपटॉप, 7 पी सी, भारी मात्रा में आपत्तिजनक दस्तावेज के साथ लगभग 30 पोस्ट डेटेड चेक/विभिन्न छात्रों की पी डी सी (Post Dated Cheques) और अंक पत्र सहित कई डिवाइस बरामद हुए थे।

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