Jammu Kashmir: स्टेट इंवेस्टिगेटिव एजेंसी (SIA) ने पिछले साल दर्ज आतंकवाद के वित्त पोषण मामले में 5 आरोपियों के खिलाफ मंगलवार को एक चार्जशीट दाखिल किया। इस चार्जशीट से आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JEM) और पंजाब के गैंगस्टर के बीच मिलीभगत का पर्दाफाश हुआ है। कश्मीर जाने वाले एक वाहन से 43 लाख रुपये की बरामदगी के बाद पिछले साल नवंबर में मामला दर्ज किया गया था।
चार्जशीट में JEM कमांडर का है नाम
SIA के एक अधिकारी ने कहा कि जम्मू में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की स्पेशल कोर्ट के सामने, पाकिस्तान में रह रहे JEM कमांडर और पंजाब के 3 गैंगस्टर के खिलाफ Unlawful Activities (Prevention) Act, arms law और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल किया गया। जनवरी में जांच का जिम्मा संभालने के बाद पिछले 3 महीनों में आतंकवाद के फाइनेंशिंग मामले में SIA द्वारा दाखिल यह दूसरी चार्जशीट है। अधिकारी ने कहा कि चार्जशीट में JEM कमांडर आशिक नेंगरू उर्फ आशिक मौलवी का नाम शामिल है। नेंगरू दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपोरा के हंजन बाला गांव का निवासी है। वर्तमान में वह सीमा पार से आतंकी गतिविधियों में लिप्त है।
43 लाख रुपये की बरामदगी
SIA के अधिकारी ने कहा कि अन्य 4 आरोपियों में पुलवामा के मुजम्मिल अहमद मलिक और पंजाब निवासी रवि कुमार उर्फ नोना, जयदीप धवन उर्फ दीप और अमरबीर सिंह उर्फ गोपी महल शामिल हैं। मामला जम्मू पुलिस द्वारा सिद्धरा पुल पर 16 नवंबर, 2021 को कश्मीर की ओर एक यात्री टैक्सी में यात्रा कर रहे 3 व्यक्तियों से 43 लाख रुपये की जब्ती से संबंधित है। मूल चार्जशीट 14 मई को दो आरोपियों मौजम परवेज और उमर फारूक के खिलाफ दाखिल किया गया था। दोनों पुलवामा के दलीपोरा गांव के निवासी हैं, जिन्होंने पंजाब के अमृतसर से नकदी इकट्ठा की थी।
अधिकारी ने कहा, "जांच से पता चला कि आरोपी परवेज और फारूक ने मुजम्मिल मलिक और आरोपी नेंगरू के साथ साजिश रची थी और रकम को पहुंचाने में मदद की, जिसे भारत में आतंकवादी हमले शुरू करने के लिए घाटी में सक्रिय JEM आतंकवादियों को बांटा जाना था।
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