Jammu Kashmir: कई कश्मीरी प्रवासी पंडित संगठनों ने घाटी में आतंकवादियों द्वारा टारगेट किलिंग किए जाने पर मंगलवार को चिंता व्यक्त की और जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए एक तथ्यान्वेषण(fact finding) प्रतिनिधिमंडल भेजे जाने का प्रस्ताव रखा। जम्मू में जारी एक बयान के अनुसार, पनून कश्मीर, जम्मू-कश्मीर विचार मंच, रूट्स इन कश्मीर, युवा 4 पनून कश्मीर और ग्लोबल कश्मीरी पंडित डायस्पोरा (JKPD) के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की तथा कश्मीरी पंडितों सहित अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों पर लगातार हो रहे हमलों के मद्देनजर घाटी की स्थिति पर चर्चा की।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में दो अलग-अलग हमलों में दो प्रवासी मजदूरों और एक कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद यह संयुक्त बैठक हुई। बयान में कहा गया है कि बैठक में विभिन्न मांगों के साथ ही कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए कदम उठाए जाने और स्थिति के आकलन के लिए एक तथ्यान्वेषण समिति भेजे जाने का प्रस्ताव किया गया।
हरकतों से बाज नहीं आ रहे आतंकी
जम्मू कश्मीर में आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। शोपियां में आतंकियों ने एक बार फिर कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया। हाल में आतंकियों ने एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने बताया कि आतंकियों ने श्री पूरन कृष्ण भट को उस वक्त गोली मारी जब वह चौधरी गुंड में बाग की तरफ जा रहे थे। घायल को फौरन हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
टेरर लिंक होने से हालही में 5 सरकारी कर्मचारी हुए थे बर्खास्त
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की जड़ों को खत्म करने के लिए हालही में बड़ी कार्रवाई की गई थी। यहां आतंकवाद से संबंधित होने की वजह से 5 सरकारी कर्मचारियों को उनकी सेवाओं से बर्खास्त कर दिया गया था। ये लोग नार्को-टेरर सिंडिकेट चलाने और आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित संगठनों की सहायता करने के मामलों में शामिल थे। बता दें कि सरकार उन सभी लोगों को गंभीरता से ढूंढ रही है, जिनका किसी भी तरह से आतंकियों से कोई कनेक्शन है।
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