Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर पुलिस ने राजौरी और पुंछ सीमावर्ती जिलों में करीब तीन आतंकवादी समूहों की मौजूदगी स्वीकार करते हुए कहा है कि सुरक्षाबल उनका सफाया करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस उप महानिरीक्षक (राजौरी-पुंछ रेंज) हसीब मुगल ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रोजाना तलाशी और घेराबंदी अभियान चल रहे हैं ताकि लोगों के मन में सुरक्षाबोध हो और वे बिना किसी डर के अपनी सामान्य गतिविधियां जारी रख सकें।
चार घंटे की मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर
राजौरी में 11 अगस्त को पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकवादियों ने सेना के एक शिविर पर तड़के आत्मघाती हमला किया था जो तीन साल से भी अधिक समय बाद जम्मू कश्मीर में आत्मघाती हमलों की वापसी का संकेत था। उस दिन करीब चार घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद दोनों आतंकवादी मारे गये थे लेकिन पांच सैनिक भी शहीद हुए थे। पुलिस उप महानिरीक्ष मुगल ने फेसबुक पर संवाद के दौरान कहा, ‘‘पुलिस और अन्य (सुरक्षा एजेंसियों) के पास आतंकवादियों की आवाजाही की पहले से सूचना है लेकिन उन्होंने (आतंकवादियों ने) घनी झाड़ियों और पेड़-पौधों का फायदा उठाया। (11 अगस्त के) उस हमले के बाद सुरक्षा और बढ़ा दी गयी और पीर पंजाल क्षेत्र में और दो या तीन आतंकवादी समूहों की मौजूदगी के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया गया।’’
आतंकियों के प्रति सहयोग बिल्कुल न के बराबर
हसीब मुगल ने कहा कि आतंकवादी संगठनों पर सुरक्षा एजेंसियां नजर रखी रही हैं और जल्द ही उनका सफाया करने के लिए निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘(पहले हमले के हफ्ते भर के अंदर) एक ऐसे ही समूह से एनकाउंटर हुआ लेकिन वह खराब मौसम और घने जंगल का फायदा उठाकर बच निकला।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ राजौरी और पुंछ में आतंकवादियों के प्रति सहयोग बिल्कुल न के बराबर है। निकट अतीत में लोगों ने कई आतंकवादी टोलियां को तहस-नहस करने में सुरक्षाबलों की मदद की है।’’ उन्होंने लोगों से क्षेत्र में शांति बनाये रखने में सुरक्षाबलों की मदद करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जन समर्थन के बगैर शांति संभव नहीं है।
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