पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि बीबीसी के दफ्तरों में आयकर विभाग के सर्वे अभियान में कुछ भी नया नहीं है, क्योंकि बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार ने कश्मीर में पत्रकारों के खिलाफ इसी तरह के उपाय अपनाए थे। महबूबा ने कहा कि बीबीसी इंडिया के खिलाफ कार्रवाई इंटरनेशनल लेवल पर गलत संदेश भेज रही है और लोकतंत्र के रूप में भारत की छवि को नुकसान पहुंचा रही है।
उन्होंने श्रीनगर में पत्रकारों से कहा, "कुछ भी नया नहीं है। खासकर जम्मू-कश्मीर में हम पिछले तीन साल से देख रहे हैं कि पत्रकारों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। फहद शाह और सज्जाद गुल को जेल भेज दिया गया है। दुर्भाग्य से जब यहां ये सब हो रहा था, तब राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समुदाय चुप था और अब वहां भी हो रहा है।"
'बीजेपी के विश्वगुरु के दावों की भी पोल खोलती है'
उन्होंने कहा, "आज दुनिया भर में बेहद विश्वसनीय मानी जाने वाली बीबीसी पर गुजरात दंगों पर डॉक्यूमेंट्री रिलीज होने के बाद छापा पड़ा है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हुई है, वे देश को बदनाम कर रहे हैं। ये छापेमारी बीजेपी के विश्वगुरु के दावों की भी पोल खोलती है। हम लोकतंत्र की जननी के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन यह शुभ संकेत नहीं है।"
BBC के दफ्तर में IT सर्वे लगातार दूसरे दिन भी जारी
गौरतलब है कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (BBC) के दफ्तर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का सर्वे लगातार दूसरे दिन जारी है। इसे लेकर विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। विपक्ष ने इस कदम की जहां निंदा की, वहीं बीजेपी ने बीबीसी पर भारत के खिलाफ जहरीली रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाया। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा था कि यह सर्वे अंतरराष्ट्रीय कराधान और बीबीसी की सहायक कंपनियों के ट्रांसफर प्राइसिंग से संबंधित मुद्दों की जांच के लिए किया गया है।
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