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Hindi News भारत राष्ट्रीय Jammu Kashmir: भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आतंकवादी को जिंदा पकड़ा, पूछताछ में कबूले कई राज

Jammu Kashmir: भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आतंकवादी को जिंदा पकड़ा, पूछताछ में कबूले कई राज

Jammu Kashmir: आतंकवादी ने बताया कि भारतीय पोस्ट पर हमला करने के लिए उसे 30 हजार पाकिस्तान रुपए यानी भारतीय रुपए के हिसाब से 10 हजार 980 रुपए मिले हैं। यह रुपए पाकिस्तानी कर्नल ने उसे दिए थे।

Terrorist Arrested in jammu Kashmir- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Terrorist Arrested in jammu Kashmir

Highlights

  • बॉर्डर की फेंसिंग काटते वक्त पकड़ा गया था आतंकी
  • भारतीय पोस्ट पर हमला करने के लिए उसे 30 हजार पाकिस्तान रुपए मिले थे
  • पैसे देकर पाकिस्तानी कर्नल ने दिया था भारतीय चौकी पर हमले का टारगेट

Jammu Kashmir: भारतीय सेना ने एक पाकिस्तानी आतंकवादी को पकड़ लिया है। गिरफ्तार होने के बाद इस पाकिस्तानी आतंकवादी ने कई खुलासे किए हैं। आतंकवादी ने बताया कि भारतीय पोस्ट पर हमला करने के लिए उसे 30 हजार पाकिस्तान रुपए यानी भारतीय रुपए के हिसाब से 10 हजार 980 रुपए मिले हैं। यह रुपए पाकिस्तानी कर्नल ने उसे दिए थे। यह बातें उसने वीडियो पर कबूल की हैं। यह आतंकवादी पहले भी भारतीय सेना की गिरफ्त में आ चुका है। इस बार ये राजौरी में एलओसी यानी लाइन ऑफ कंट्रोल के पास घुसपैठ के दौरान गिरफ्तार किया गया। 

बॉर्डर की फेंसिंग काटते वक्त पकड़ा गया

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 अगस्त को आतंकवादी तबराक हुसैन अपने 4-5 साथियों के साथ LoC बॉर्डर के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। वह भारतीय पोस्ट के करीब तार काटने की कोशिश कर रहा था, तभी जवानों ने उसे देख लिया। जवानों ने उसे ललकारा, इसके बाद तबराक ने भागने की कोशिश की। फायरिंग में वह घायल हो गया और जिंदा पकड़ा गया।लेकिन उसके बाकी साथी घने जंगलों की आड़ में भाग निकले। घायल तबराक की चिकित्सा की गई। ठीक होने पर उसने बयान दिया आर बताया कि वह पाकिस्तान के कोटली जिले में रहता ह। उसने पूछताछ में भारतीय चौकी पर हमले की क्या साजिश थी, इसके बारे में खुलासा किया। आतंकी तबराक हुसैन ने बताया कि उसे सेना की चौकी के पास हमला करने को कहा गया था। 

तबराक ने बताया कि पाकिस्तान कर्नल यूनुस चौधरी ने उसे भारतीय चौकी पर हमला करने के लिए भेजा था। इसके लिए उसने 30 हजार पाकिस्तानी रुपए की राशि भी दी थी। अब वह अपने भाई हारुन अली के साथ आया था।  साथियों के साथ उसने भारतीय पोस्ट की रेकी की थी, ताकि मौका मिले तो हमला किया जा सके। कर्नल ने यह टारगेट उसी दिन दिया था, जिस दिन गिरफ्तारी हुई थी। 

6 साल पहले भी हो चुका है गिरफ्तार

तबराक को 2016 में भी इसी इलाके में भारतीय सेना ने गिरफ्तार किया था। तब वह अपने भाई हारुन अली के साथ आया था। हालांकि, तब सेना ने उसे मानवीयता के आधार पर रिहा कर दिया था। उसे नवंबर 2017 में पाकिस्तान वापस भेज दिया था।

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