जम्मू कश्मीर: घाटी में आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है लेकिन आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला पुलवामा के अवंतीपोरा के लरकीपोरा का है। यहां आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए हैं। एक आतंकी की पहचान पुलवामा के आकिब मुस्ताक भट के रूप में हुई है। उसने शुरुआत में एचएम आतंकी संगठन के लिए काम किया था, आजकल वह टीआरएफ के साथ काम कर रहा था। इसी ने 2 दिन पहले कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या की थी।
गौरतलब है कि हालही में खबर सामने आई थी कि आतंकियों ने पुलवामा जिले के अचन में एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह एक बैंक में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था। आतंकियों की गोलीबारी में संजय शर्मा पुत्र काशीनाथ शर्मा निवासी अचन पुलवामा की मौत हुई थी।
स्थानीय बाजार जाते समय आतंकियों ने उन पर गोलीबारी की। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गहरे जख्म के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था।
घाटी में जगह-जगह फैलीं आतंक की जड़ें
फरवरी की शुरुआत में एक खबर सामने आई थी कि यहां सरकारी स्कूल का टीचर ही आतंकी निकला। इस बारे में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह का बयान भी सामने आया था। उन्होंने कहा था, 'लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी को कई विस्फोटों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह आतंकवादी पहले एक सरकारी स्कूल का शिक्षक था। वह वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस में हुए विस्फोट की घटना में भी कथित तौर पर शामिल था।'
सिंह ने पत्रकारों को बताया कि जम्मू के नरवाल में हाल ही में हुए दोहरे विस्फोट की जांच के बाद रियासी जिले के निवासी आरिफ को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक आईईडी (संवर्धित विस्फोटक उपकरण) भी बरामद किया गया है, जिसे इत्र की बोतल के अंदर लगाया गया था।
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