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Hindi News भारत राष्ट्रीय जम्मू कश्मीर: शोपियां में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, मुठभेड़ में मारे गए 3 आतंकी

जम्मू कश्मीर: शोपियां में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, मुठभेड़ में मारे गए 3 आतंकी

आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बावजूद वह लगातार साजिशें रचते रहते हैं। हालांकि घाटी में सुरक्षाबल पूरी तरह मुस्तैद हैं और आतंकियों के हर नापाक इरादे को मिट्टी में मिलाते रहते हैं।

Indian Army - India TV Hindi Image Source : FILE भारतीय सेना

जम्मू कश्मीर: घाटी में आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है लेकिन आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला शोपियां जिले के जैनापोरा के मंज मार्ग एरिया का है। यहां आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में 3 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। इस ऑपरेशन को 1आरआर, 178 सीआरपीएफ और बाकी ने मिलकर अंजाम दिया है। 

मारे गए 3 स्थानीय आतंकियों में से 2 की पहचान हो गई है। एक आतंकी की पहचान शोपियां के लतीफ लोन के रूप में हुई है। वह एक कश्मीरी पंडित पुराण कृष्ण भट की हत्या में शामिल था। वहीं दूसरे आतंकी की पहचान उमर नाजिर के रूप में हुई है। वह अनंतनाग का था और नेपाल के तिल बहादुर थापा की हत्या में शामिल था। इसके अलावा जवानों ने 1 एके 47 राइफल और 2 पिस्तौल बरामद की हैं। ये जानकारी एडीजीपी कश्मीर ने दी है। 

आतंकियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई

हालही में जम्मू कश्मीर में आतंकी का घर बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया था। सरकार ने आतंकी का घर बुलडोजर से ध्वस्त कर यह संदेश दिया था कि वह आतंकवाद का रास्ता अपनाने वालों के साथ बेहद सख्ती से निपटने के लिए तैयार है।

भारत सरकार की टेरर लिस्ट में था शामिल

आतंकी आशिक नांगरू जम्मू कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल था। उसका घर बुलडोजर ढहाया गया। आतंकी आशिक नांगरू भारत सरकार की टेरर लिस्ट में शामिल था। इस आतंकी का घर बुलडोजर से ध्वस्त करके सरकार ने स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंक में शामिल कोई भी हो, उस पर सख्ती से निपटा जाएगा। 

मुठभेड़ में कई ढेर, अक्टूबर तक 176 आतंकी मारे गए

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल अक्टूबर तक 176 आतंकी मार गिराए गए हैं। इनमें 50 विदेशी आतंकी और 126 स्थानीय आतंकी थे। जानकारी के मुताबिक जम्मू और कश्मीर में अभी कुल 134 सक्रिय आतंकी मौजूद हैं। इनमें से 83 विदेशी और 51 लोकल आतंकी हैं।

बता दें कि सितंबर में जारी जम्मू कश्मीर गृह विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पांच अगस्त 2019 से 15 सितंबर 2022 के बीच 176 जवान आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए, जबकि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से पहले 5 अगस्त 2016 से 5 अगस्त 2019 तक 290 जवान शहीद हुए थे।

 

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