Jaishakar Slams Pakistan: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का नाम लिए बगैर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan)का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह भारत सूचना प्रौद्योगिकी (IT Expert)का विशेषज्ञ है, उसी तरह "हमारा पड़ोसी अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का विशेषज्ञ (Terror Expert) है। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आतंकवाद (Terrorism) "हमारे खिलाफ किया जा रहा है, तो कल यह आपके भी खिलाफ होगा। जयशंकर ने आगे कहा कि आतंकवाद को दुनिया अब तुच्छ दृष्टि से देखती है और आतंक को लेकर समय अनुसार पूरी दुनिया का नजरिया बदल गया है। कोई भी इसे बर्दास्त नहीं कर सकता है। आतंकवाद का समर्थन करने वाले देश आज और भविष्य में भी दबाव में ही रहेंगे। विदेश मंत्री ‘‘राइजिंग इंडिया एंड द वर्ल्ड: फॉरेन पॉलिसी इन मोदी एरा’’ विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की कूटनीति ने अन्य देशों को आतंकवाद के मुद्दे को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित किया।
पड़ोसी मुल्क के बारे में कही ये बड़ी बात
जयशंकर ने गुजरात के वडोदरा में एक कार्यक्रम में कहा "हमारे पास एक पड़ोसी है .. जैसे हम आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) के विशेषज्ञ हैं, वे 'अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादियों' के विशेषज्ञ हैं। यह वर्षों से चल रहा है ... लेकिन हम दुनिया को समझा सकते हैं कि आतंकवाद, आतंकवाद है, आज यह हमारे खिलाफ किया, कल यह आपके खिलाफ होगा,"
पूर्वोत्तर भारत में आतंकवादी घटनाओं पर बोलते हुए, जयशंकर ने कहा कि हाल के वर्षों में इन गतिविधियों में कमी आई है क्योंकि भारत 2015 में बांग्लादेश के साथ एक भूमि सीमा समझौता हासिल कर सकता है। उस समझौते ने "चरमपंथियों को बांग्लादेश में शरण लेने से रोक दिया, जिसने पूर्वोत्तर भारत में उनके ऑपरेशन को रोक दिया।"
आतंकवाद से निपटने के लिए जयशंकर ने मोदी के कार्यों की सराहना की
जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सफलतापूर्वक अन्य देशों को यह अहसास कराया कि अगर आतंकवाद पर अभी काबू नहीं पाया गया तो भविष्य में यह उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकता है। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हम आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में दुनिया को साथ जाने में काफी हद तक सफल रहे हैं। पहले, अन्य देश इस मुद्दे को यह सोचकर नजरअंदाज कर देते थे कि इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह कहीं और हो रहा है। आज आतंकवाद का समर्थन करने वालों पर दबाव है। यह हमारी कूटनीति का एक उदाहरण है।’’ उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत के रणनीतिक समझौते के कारण पूर्वोत्तर में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है। उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश के साथ उस भूमि सीमा समझौते के लिए धन्यवाद, आतंकवादियों को वहां कोई आश्रय नहीं मिला। इसने उन्हें पूर्वोत्तर में अपना अभियान चलाने से रोक दिया।’’
‘अखंड भारत’ के सवाल पर बोले विदेश मंत्री
सिएरा लियोन के एक छात्र के सवाल पर कि मोदी सरकार सरदार वल्लभभाई पटेल के ‘अखंड भारत’ के सपने को कैसे साकार करेगी, जयशंकर ने कहा कि विभाजन एक वास्तविक त्रासदी थी और इसने आतंकवाद जैसी समस्याएं पैदा कीं। मंत्री ने कहा, ‘‘सरदार पटेल के सपने को साकार करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि भारत मजबूत, सफल और आत्मविश्वासी हो, और अन्य लोग यह समझें कि उन्हें इस भारत के साथ आना होगा और उन नीतियों को रोकना होगा जो उनके हित में नहीं हैं, साथ ही जो हानिकारक हैं। मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि अगर कोई एक नेता हैं जो सपनों को साकार कर रहे हैं, जिनके पास सरदार पटेल की विचार प्रक्रिया है, जो सरदार पटेल की दृष्टि को साकार कर रहे हैं, जिनके पास वह साहस, प्रतिबद्धता और आदतें हैं, आप जानते हैं कि वह कौन हैं।
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