Aap Ki Adalat: इंडिया टीवी के चर्चित शो 'आप की अदालत' में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई विषयों पर खुलकर बात की। वहीं आप की अदालत में India Tv के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का भी उन्होंने सामना किया। इस दौरान पुष्कर सिंह धामी ने UCC को लेकर चल रही तमाम अटकलों को एक-एक करके स्पष्ट किया। वहीं UCC को लेकर लाए गए नए प्रावधानों के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी। विपक्ष के द्वारा जहां UCC के जरिए मुस्लिम समुदाय को परेशान करने के आरोप लग रहे हैं तो वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इन अटकलों पर भी विराम लगाया।
धार्मिक मान्यताओं में नहीं हुई छेड़छाड़
समान नागरिक संहिता यानी UCC को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा मुस्लिम समाज में हो रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि UCC के लागू होने से मुस्लिम समाज की मान्यताओं को समाप्त कर दिया जाएगा। इसी से जोड़कर सीएम धामी से मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा उठाई गई आपत्तियों के बारे में उनसे सवाल किया गया कि क्या यूसीसी कानून शरिया और इस्लामी आदेशों के खिलाफ है? इसका जवाब देते हुए सीएम धामी ने कहा कि ‘जिस धर्म में जो मान्यताएं चली आ रही हैं, उनमें कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। जहां तक शादियों का सवाल है, तो उनमें भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। मुसलमान निकाह कर सकते हैं, ईसाई अपने नियमों के तहत विवाह कर सकते हैं, हिंदू सात फेरे ले सकते हैं और सिख आनंद कारज का पालन कर सकते हैं।’
कुरीतियों से मिलेगा छुटकारा
सीएम धामी ने कहा कि UCC कानून में ‘तलाक और बहुपत्नी व्यवस्था समाप्त होगी। हम मातृशक्ति का उत्पीड़न नहीं होने देना चाहते। अब देश में शरीयत नहीं चलेगी। समान नागरिक संहिता चलेगी। जो लोग संविधान पर विश्वास करते हैं, उन्हें फायदा होगा और हलाला जैसी कुरीतियों से छुटकारा मिलेगा।’ उन्होंने कहा कि वह हरिद्वार में मुस्लिम महिलाओं से मिले जिन्होंने UCC कानून की सराहना की और उन्हें बताया कि उन्हें एक बड़े अभिशाप से मुक्ति मिल गई है। सीएम धामी ने कहा, ‘मुस्लिम महिलाओं ने मुझसे कहा कि उनका जो आत्मसम्मान गिर रहा था, वह वापस मिला है।’
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