नई दिल्ली: शनिवार को उस समय देश की सुरक्षा एजेंसियों और सरकार के महकमों में हडकंप मच गया, जब अरब सागर में एक व्यापारिक जहाज पर ड्रोन हमले की खबर आई। यह जहाज सऊदी अरब से भारत के मंगलौर तक आ रहा था। बताया जा रहा है कि इस जहाज पर काफी महत्वपूर्ण सामान था और यह व्यापारिक जहाज इजरायल से संबंध रखता है। वहीं अब इस ड्रोन हमले पर अमेरिकी रक्षा विभाग ने बड़ा दावा किया है।
जहाज पर हमला ईरान के ड्रोन ने किया था
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिकी रक्षा विभाग ने बताया है कि इस जहाज पर हमला ईरान के ड्रोन ने किया था। बता दें कि इस जहाज में कुल 22 लोग सवार हैं जिसमें से 21 लोग भारतीय हैं। इस हमले की सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड सतर्क हो गए और भारतीय तटरक्षक बल का जहाज आईसीजीएस विक्रम भी व्यापारी जहाज की ओर रवाना हो गया। वहीं ताजा जानकारी के अनुसार, जहाज विक्रम के साथ मिल गया है और मुंबई की ओर रवाना हो गया है।
हमले के बाद जहाज पर लगी थी आग
गौरतलब है कि इजरायल हमास युद्ध के बीच जारी युद्ध के बीच इस घटना ने परेशानियां बढ़ा दी थीं। इस हमले की वजह से जहाज पर आग लग गई थी, लेकिन समय रहते इसे बुझा दिया गया और किसी बड़े नुकसान को रोक लिया गया। हालांकि अभी तक किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन पेंटागन के दावे के अनुसार इस हमले के पीछे ईरान का हाथ है। पेंटागन के एक प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया, "ईरान से एकतरफा हमला करने वाले ड्रोन से हमला किया गया।"
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